गया न्यूज : शिक्षा विदों की हुई बैठक
प्रतिनिधि, टिकारी.
प्रख्यात कहानीकार व साहित्यकार फनीश्वर नाथ रेणु द्वारा लिखित कहानी रसप्रिया स्वाभाविक प्रेम की तस्वीर है. प्रेमी का मन कोमल, दयालु, स्वच्छंद और स्वाभिमानी होता है. लेकिन, समाज उसकी कला को सम्मान नहीं देता है. प्रेमी एक संगीत कलाकार है, लेकिन उसकी जाति की वजह से समाज में अछूत है. वह चुपचाप अपने अपमान का घूंट पी लेता है. लेकिन, कोई जवाब नहीं दे पाता है. नायिका भी अपने प्रेमी का संगीत सुनकर अपना सुध- बुध खो देती है. नगर क्षेत्र अंतर्गत एक निजी स्कूल के परिसर में कहानी विथ कॉफी के छठी कड़ी के रूप में आयोजित रसप्रिया कहानी पर चर्चा के दौरान शिक्षा विद प्रो राजन ने यह बातें कहीं. एक कहानी पर चर्चा को लेकर शिक्षा विदों की हुई बैठक में चर्चा की गयी. मो. अबरार आलम ने कहा कि साहित्य समाज को जोड़ता है. हिमांशु शेखर ने कहा कि रसप्रिया कहानी प्रेमी मन की कोमलता, जिम्मेदारी और स्वाभिमान जैसे मनोभावों से भरी हुई है. कहानी की शुरुआत नगर के चर्चित शिक्षक व साहित्य प्रेमी संजय अथर्व के कहानी पाठ से हुई. कार्यक्रम का संचालन संजय अथर्व ने किया और धन्यवाद ज्ञापन नामित राजा ने की.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है