गया न्यूज : 2030 तक देश से बाल विवाह खत्म करने के उद्देश्य से चाइल्ड मैरिज फ्री इंडिया कैंपेन
फोटो-गया-हरिबंश-101 गया में बाल विवाह रोकथाम के लिए चलाये जा रहे कैंपेन की जानकारी देते संस्था के पदाधिकारीसंवाददाता, गया.
गया में बाल अधिकारों की सुरक्षा और बाल विवाह की रोकथाम के लिए शादी संपन्न कराने वाले धर्मगुरुओं को जागरूक किया जा रहा है. इसके लिए सिलसिलेवार ढंग से जागरूकता अभियान चलाये जा रहे हैं. ये बातें इस दिशा में कार्य कर रही प्रयास जैक संस्था के जिला समन्वयक देवेंद्र कुमार मिश्रा ने कहीं. बताया कि धर्मगुरुओं से सहयोग मिल रहा है. इस अक्षय तृतीया जिले में एक भी बाल विवाह नहीं हो, ऐसा प्रयास किया जा रहा है. श्री मिश्रा ने बताया कि जागरूकता अभियान को व्यापक सफलता मिली है. सभी धर्मगुरुओं ने समर्थन में हाथ बढ़ाया है. गौरतलब है कि जेआरसी 2030 तक देश से बाल विवाह खत्म करने के मकसद से ”चाइल्ड मैरिज फ्री इंडिया” कैंपेन चला रहा है. श्री मिश्रा ने कहा कि बाल विवाह निषेध अधिनियम (पीसीएमए) 2006 के तहत दंडनीय अपराध है. इसमें किसी भी रूप में शामिल होने या सेवाएं देने पर दो साल की सजा व जुर्माना या दोनों का प्रावधान है. मंदिरों व सार्वजनिक स्थानों पर इसके लिए पोस्टर व बैनर लगाये जा रहे हैं. प्रयास जैक संस्था ने स्थानीय प्रशासन के साथ सहयोग से परिवारों व समुदायों को समझा-बुझाकर 2024-25 में अब तक जिले में 274 बाल विवाह रुकवाया है. लक्ष्य को हासिल करने के लिए जेआरसी के संस्थापक भुवन ऋभु की किताब ‘व्हेन चिल्ड्रेन हैव चिल्ड्रेन, टिपिंग प्वाइंट टू इंड चाइल्ड मैरेज’ में सुझायी गयी समग्र रणनीति पर अमल कर रहा है. मौके पर प्रयास संस्था के कार्यकर्ता गौतम परमार, अजीत कुमार, मो आलमगीर व बिनोद कुमार आदि रहे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है