बोधगया. अहमदाबाद में हाल में हुए विमान हादसे के बाद गया एयरपोर्ट के रनवे क्षेत्र (फनल एरिया) में तेजी से हो रहे ऊंचे भवनों और होटलों के निर्माण पर एक बार फिर एयरपोर्ट अथॉरिटी की नजर गयी है. सुरक्षा मानकों के उल्लंघन पर गंभीर चिंता जताते हुए अथॉरिटी ने कहा है कि जिला प्रशासन को जल्द ही पत्र भेजकर तय मानकों के अनुरूप निर्माण कार्य सुनिश्चित कराने और मानकों के विरुद्ध निर्माण पर कार्रवाई का अनुरोध किया जायेगा. हालांकि, इस विषय पर पूर्व में भी कई बैठकों में चर्चा हो चुकी है और प्रशासन को इस दिशा में कार्रवाई के लिए कहा गया था, लेकिन बावजूद इसके धड़ल्ले से अवैध निर्माण अब भी जारी है. अहमदाबाद की दुर्घटना के बाद फनल क्षेत्र की सुरक्षा समीक्षा को लेकर फिर से पहल शुरू की जा रही है.
गया-डोभी रोड बना संवेदनशील निर्माण क्षेत्र
गया एयरपोर्ट के रनवे की शुरुआत गया-डोभी रोड के पास से होती है. इस क्षेत्र के पूर्वी हिस्से में पिछले कुछ वर्षों में भवनों और होटलों के निर्माण में तेजी आयी है. यह वही क्षेत्र है जहां से विमानों की लैंडिंग और टेकऑफ होती है, जिससे ये सभी निर्माण विमान सुरक्षा के दृष्टिकोण से खतरनाक माने जा रहे हैं. एयरपोर्ट सूत्रों के अनुसार, जिला प्रशासन को पत्राचार कर निर्माण कार्यों की भौतिक समीक्षा कराने और तय मानकों का उल्लंघन करने वालों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई सुनिश्चित करने को कहा जायेगा.एयरपोर्ट के पांच किमी दायरे में अनधिकृत निर्माण वर्जित: डायरेक्टर
गया एयरपोर्ट के निदेशक बंगजीत साहा ने बताया कि एयरपोर्ट परिसर के पांच किलोमीटर के दायरे में किसी भी प्रकार का निर्माण वर्जित है, जब तक कि एयरपोर्ट अथॉरिटी से एनओसी (अनापत्ति प्रमाण पत्र) प्राप्त न हो. उन्होंने स्पष्ट किया कि रनवे के फनल क्षेत्र में भवन की ऊंचाई की सीमा तय होती है, जितना नजदीक, उतनी कम ऊंचाई. साहा ने बताया कि वर्तमान में फनल क्षेत्र में बड़े स्कूल, होटल, मिल, आवासीय इमारतें बन चुकी हैं, जो खतरे की आशंका बढ़ा रही हैं. इसके अलावा, नैली स्थित कचरा डंपिंग ज़ोन की वजह से क्षेत्र में पक्षियों की आवाजाही भी विमानों की लैंडिंग और टेकऑफ में संभावित खतरे को बढ़ाती है.डीएम से हो चुकी है बातचीत
एयरपोर्ट निदेशक ने यह भी बताया कि इस मुद्दे को लेकर गया जिला पदाधिकारी से बातचीत हो चुकी है और अब जिला प्रशासन को इस दिशा में सक्रिय कार्रवाई करने की आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि विमानों के सुरक्षित संचालन के लिए फनल क्षेत्र में निर्माण कार्यों पर निगरानी और नियंत्रण अत्यंत आवश्यक है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है