गया. मंगलवार को समाहरणालय के सभागार में आयोजित दैनिक जनता दरबार में जिलाधिकारी (डीएम) शशांक शुभंकर ने लगभग 50 फरियादियों की शिकायतों को सुना और उनके त्वरित निबटारे के लिए संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिये. लगातार आ रही शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए डीएम ने सख्त कदम उठाया. उन्होंने कुछ चुनिंदा मामलों को तुरंत जिला लोक शिकायत निवारण में हस्तांतरित करने का निर्देश दिया, ताकि निर्धारित टाइमलाइन के भीतर सही ढंग से मामलों का समाधान हो सके. डीएम ने स्पष्ट कर दिया कि जिला प्रशासन हर फरियादी की शिकायत पर गंभीरता से काम करेगा और प्रयास रहेगा कि फरियादियों को बार-बार एक ही शिकायत को लेकर न आना पड़े. इस कदम से उन लोकसेवकों पर भी कार्रवाई सुनिश्चित होगी, जो शिकायतों के निबटारे में अनावश्यक देरी या टालमटोल करते हैं. मुख्य शिकायतें और डीएम के निर्देश एक फरियादी ने बताया कि वे मिट्टी के मकान में रहते हैं और आवास की आवश्यकता है. इस पर डीएम ने उप विकास आयुक्त (डीडीसी) को जांच कराकर अविलंब सहायता उपलब्ध कराने का निर्देश दिया. एक फरियादी ने बताया कि रजिस्ट्री के बावजूद कुछ लोग उनकी निजी जमीन पर कब्जा किए हुए हैं. इस पर डीएम ने अंचलाधिकारी, सदर को जांच कर आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश दिया. एक अन्य फरियादी ने बताया कि फतेहपुर में उनका घर गिर गया है और उन्हें आवास की आवश्यकता है. डीएम ने डीडीसी को मामले की जांच कराकर त्वरित सहायता उपलब्ध कराने को कहा. एक फरियादी ने शिकायत की कि कुछ निजी लोगों ने सरकारी जमीन पर मकान का निर्माण कर लिया है. डीएम ने अंचलाधिकारी को तुरंत जांच कर अतिक्रमण हटाने का निर्देश दिया. एक अन्य फरियादी ने बताया कि सरकारी आम रास्ते पर अतिक्रमण के कारण उनके निजी घर तक पहुंचने का रास्ता पूरी तरह बंद हो गया है. इस पर डीएम ने नगर आयुक्त को जांच कर अतिक्रमण हटाने का निर्देश दिया. डीएम शशांक शुभंकर ने कहा कि जनता दरबार में आने वाली शिकायतों का समयबद्ध और प्रभावी निपटारा सुनिश्चित किया जायेगा, ताकि आम जनता को बार-बार परेशान न होना पड़े और जिला प्रशासन पर लोगों का विश्वास बना रहे.
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