गुरारू. गनौरी टिल्हा गांव में श्रीराम कथा के सातवें दिन भव्य आयोजन किया गया. कथा वाचिका पूज्या गौरांगी गौरी जी ने श्रद्धालुओं को श्रीराम और सीता के विवाह का प्रसंग विस्तार से सुनाया. उन्होंने बताया कि कैसे भगवान राम ने जनकपुरी में आयोजित स्वयंवर में शिव धनुष तोड़कर माता सीता का वरण किया. कथा के दौरान श्रद्धालु भावविभोर होकर झूम उठे. गौरी जी ने श्रीराम के जीवन मूल्यों और आदर्शों को आत्मसात करने का संदेश दिया और कहा कि कथा केवल श्रवण के लिए नहीं, बल्कि जीवन में उतारने के लिए है. कथा का उद्देश्य परिवार, समाज और राष्ट्र के प्रति कर्तव्यों की भावना जागृत करना है.
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