गया जी. अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के पर्यावरण आयाम ‘स्टूडेंट्स फॉर डेवलपमेंट’ (एसएफडी) दक्षिण बिहार का दो दिवसीय अभ्यास वर्ग सोमवार को संपन्न हुआ. इस अभ्यास वर्ग में दक्षिण बिहार के 27 जिलों से आये 75 से अधिक कार्यकर्ताओं ने सक्रिय भागीदारी की. कार्यक्रम का उद्घाटन एबीवीपी के क्षेत्रीय संगठन मंत्री याज्ञवल्क्य शुक्ला के प्रेरक उद्बोधन से हुआ. उन्होंने कहा कि प्रकृति संरक्षण आज की सबसे बड़ी चुनौती है और इसमें युवाओं की भागीदारी अत्यंत आवश्यक है. जब युवा जागरूक होंगे, तभी धरती का भविष्य सुरक्षित होगा. एसएफडी के राष्ट्रीय प्रमुख राहुल गौड़ ने कार्यशाला में एसएफडी की कार्यप्रणाली, उद्देश्यों और भावी अभियानों पर विस्तार से चर्चा की. राष्ट्रीय संयोजक पायल राय ने कहा कि आज का युवा पर्यावरण के लिए सिर्फ सोचता नहीं, बल्कि ठोस कदम भी उठा रहा है. प्रांत संगठन मंत्री रोशन कुमार ने कहा कि ऐसे अभ्यास वर्गों से कार्यकर्ताओं को स्पष्ट दिशा मिलती है, जिससे वे अपने क्षेत्रों में प्रभावी ढंग से कार्य कर सकते हैं. प्रांत मंत्री सुमित सिंह ने दक्षिण बिहार में एसएफडी द्वारा चलाये जा रहे अभियानों की सराहना करते हुए कहा कि संगठन पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान दे रहा है. प्रांत संयोजक सूरज सिंह ने विभिन्न सत्रों का संचालन किया और कार्यकर्ताओं को स्थानीय पर्यावरणीय समस्याओं के समाधान के लिए अभियान आधारित दृष्टिकोण अपनाने के लिए प्रेरित किया. इस अवसर पर पौधारोपण अभियान से संबंधित पोस्टर का विमोचन भी किया गया. साथ ही “छात्रों पंख कार्यक्रम” की घोषणा की गयी, जो आगामी पांच जुलाई से एक अगस्त 2025 तक पूरे दक्षिण बिहार में आयोजित किया जायेगा. कार्यक्रम में प्रांत सह मंत्री मंतोष सुमन, जिला संयोजक धीरज केसरी, सह संयोजक मैक्स कुमार, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य पवन मिश्रा, अंकित कुमार, नगर मंत्री ऋतिक रोशन, आयुष, नंदनी, विनायक कुमार समेत अनेक कार्यकर्ता उपस्थित थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है