गुरुआ. गुरुआ प्रखंड की सिमारु पंचायत के कमलधारा गांव में गर्मी का मौसम शुरू होते ही पेयजल संकट शुरू हो गया है. इस गांव में अब तक नल जल योजना शुरू नहीं हुआ है. इससे यहां के लोग इस योजना से वंचित हैं. इससे ग्रामीण परेशान हैं. खास बात तो यह है कि अभी गर्मी शुरू हुई है. अधिक गर्मी पड़ने के बाद पशुओं के लिए चारा-पानी की समस्या और भी बढ़ जायेगी. ग्रामीण अशोक कुमार यादव, रजंती देवी, कमला देवी, रवींद्र पासवान, मीना देवी, अंति देवी, मालो देवी आदि ने बताया कि इस गांव में लगभग 80 परिवार के लोग रहते हैं. कमलधारा पहाड़ी से सटे गांव के रहने के कारण इसका विपरीत प्रभाव भी पड़ता है. इस गांव में सरकारी तौर पर मात्र तीन चापाकल चालू हैं, जहां सुबह से ही लोगों की भीड़ लग जाती है. पशुओं के लिए चारा-पानी की एक गंभीर समस्या है. वहीं दूसरी ओर स्कूली बच्चों पर भी इसका प्रभाव पड़ता है. अधिक गर्मी पड़ने के बाद पहाड़ की तपिश से चापाकल भी जवाब देने लगते हैं. उस वक्त पानी की और भी समस्या खड़ी हो जाती है. ग्रामीणों ने बताया कि अगर नल-जल योजना के साथ नाली का निर्माण यहां हो जाये, तो पेयजल की समस्या हमेशा-हमेशा के लिए दूर हो जायेगी. हालांकि ग्रामीणों ने इस समस्या को लेकर कई बार आवाज उठायी, लेकिन सफलता अब तक हाथ नहीं लगी है. क्या कहते हैं लोग यहां अब तक नल जल योजना चालू नहीं हुई है. चुनाव के समय सब लोग आते हैं और वादा करके चले जाते हैं. फिर कोई देखने भी नही आता है. हमलोग गर्मी में पानी के चलते तबाह रहते हैं. सोनामुनी, गृहिणी कमलधारा गांव पहाड़ी के सटे है. इससे गर्मी का तपिश ज्यादा अनुभव होता है. आदमी के साथ जानवर भी पानी के लिए इधर उधर भटकते रहते हैं. इक्का दुक्का घर में पानी की व्यवस्था है. सुनीता देवी, गृहिणी नल जल योजना नही रहने से हमलोग ज्यादा परेशान हैं. पूरे गांव में सरकारी चापाकल मात्र तीन हैं. पानी के लिए भीड़ लग जाती है. यहां कम से कम चार चापाकल और चाहिए. मालो देवी, गृहिणी नाली-गली के साथ साथ पानी की गंभीर समस्या है. ज्यादा गर्मी पड़ने पर सब चापाकल फेल होने लगते हैं. हमलोग परेशान हो जाते हैं. सरकारी आदमी देखने वाला नहीं है. संगीता देवी, कमलधारा गांव में पानी की समस्या बड़ी समस्या है. यह समस्या दिन प्रतिदिन बढ़ते जा रही है. इसपर किसी भी जनप्रतिनिधि या पदाधिकारी का ध्यान नही है. इससे यह समस्या गंभीर रूप लेती जा रही है. रवींद्र पासवान, किसान पानी की समस्या को लेकर कई बार आवाज उठायी, पर कोई सुनने वाला नहीं है. यहां नाली की समस्या के साथ-साथ नल जल योजना की समस्या आज तक बनी हुई है. अशोक यादव, किसान क्या कहते हैं अधिकारी व जनप्रतिनिधि इसकी जानकारी मुझे नहीं मिली है. हम पीएचइडी को सूचना देकर इसे जल्द ही चालू कराने का प्रयास करूंगी, ताकि कमलधारा गांव में पेयजल की समस्या ना रहे. पूजा गहलोत, बीडीओ, गुरुआ कमलधारा गांव में नल जल योजना की सख्त जरूरत है और तभी पेयजल की समस्या दूर होगी. इसके लिए विभाग को आगे आने की जरूरत है. अधिकारियों को ध्यान देना होगा. संजय कुमार, अध्यक्ष सरपंच संघ कमलधारा गांव में नल जल योजना के लिए कई बार बैठक में आवाज उठायी, कई बार पदाधिकारियों से भी बातचीत की गयी. लेकिन, अब तक सिर्फ आश्वासन ही मिलता रहा. विद्यावति देवी, पंचायत समिति सदस्य, सिमारु
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