खिजरसराय. अतरी के सीढ़ गांव में गुरुवार को जिक्रे शहादत का आयोजन हुआ. कार्यक्रम में मशहूर शायर और उलेमाओं ने हिस्सा लिया. मौलाना हाशिम रजा सलेमपुर गयाबी ने जिक्रे शहादत शहादत में इमामे हुसैन के जिंदगी के बारे में बताते हुए कहा कि इमामे हुसैन इस्लाम को बचाने के लिए कर्बला के मैदान में शहीद हो गये और इस्लाम को यजिदियों के हाथों से बचा लिया. उन्होंने कहा कि हमें चाहिए कि उनके बताये हुए रास्ते पर चले और अपने बच्चों को अच्छी तालीम दें, जिससे आगे चलकर अपने देश और अपने गांव का नाम रोशन करें. जिक्रे शहादत के दौरान मशहूर नातखा कारी सुभान ने एक से बढ़कर एक नातिया कलाम पेश की इनके नातिया कलाम पर लोग झूमते नजर आये. वहीं नुरैन अली चेरकी और फैज अहमद किशनगंज ने कार्यक्रम के दौरान एक से बढ़कर एक नातिया कलाम पेश किया. मौके पर देश में अमन चैन की दुआएं मांगी गयीं. इस मौके पर कमेटी के सदस्य मोहम्मद वसीम अंसारी, तबरेज खान ने कहा कि सीढ़ गांव में हर वर्ष मोहर्रम के मौके पर जिक्रे शहादत का आयोजन होता है.
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