बरौली. प्रखंड में इस वर्ष अब तक बारिश नहीं के बराबर हुई है और प्रखंड में पड़ रही भीषण गर्मी से सभी लोग परेशान हैं. शहर की सड़कें नौ बजे के बाद सूनी हो रही हैं और अधिक जरूरी होने पर ही लोग अपने घरों से निकल रहे हैं. इस बार का सावन अपनी अपनी पहचान को भूलकर जेठ का एहसास आम लोगों को करा रहा है बल्कि जेठ भी कहीं अधिक गर्मी पड़ रही है. जेठ में तो केवल धूप ही जलन पैदा करती है, इस सावन में तो धूप के अलावा उमस भी लोगों को चैन नहीं लेने दे रहा है. लोग बाग-बागीचों की ओर भाग रहे हैं, लेकिन वहां भी उनको चैन नहीं मिल रहा है. सबसे अधिक परेशानी तो रात में हो रही है जब पंखे की हवा भी गर्म हवा दे रही है और भीषण गर्मी का एहसास लोगों को हो रहा है. जहां सारे लोग गर्मी से बचने के लिए कोई न कोई जुगाड़ कर रहे हैं. वहीं एक किसान ही हैं, जो भीषण गर्मी में भी अपनी खेतों में काम कर रहे हैं. वे न चाहते हुए भी इस भीषण गर्मी में अपने मन को मनाने के लिए न चाहते हुए भी धान की रोपनी पंपसेट से कर रहे हैं. भीषण गर्मी के बावजूद किसानों के अंदर एक आस है कि भविष्य में बादल आयेंगे, बरसेंगे तथा उनके धान के पौधों में जान आयेगी. आखिर आशा पर तो सारी दुनिया टीकी है, किसानों की आस भी पूरी होगी.
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