बैकुंठपुर. थाने के सफियाबाद गांव में अपहरण का केस को उठाने के लिए लड़की को जान से मारने की नीयत से घर पर धावा बोल दिया गया. लड़की के ऊपर 14 जुलाई की रात 11 बजे तलवार और गुप्ती से हमला किया गया. लड़की मरते-मरते बची. लड़की के परिवार को 21 अलग अलग नंबरों से धमकियां मिल रही कि तुम लोगों ने अगर कोई कंप्लेन किया, तो जान से मार देंगे. पूरा परिवार दहशत में है. बुधवार को परिवार के सदस्यों ने भाजपा के पूर्व विधायक मिथिलेश तिवारी के पास पहुंच कर इंसाफ की अपील की है. मिथिलेश तिवारी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस के वरीय अधिकारियों से बात की, तब कांड बैकुंठपुर थाने में पंजीकृत हुआ. अब पुलिस पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है. पीड़ित लड़की के पिता ने थाने में एफआइआर दर्ज कराते हुए कहा है कि बीते सोमवार की रात करीब 11 बजे हाथ में तलवार और गुप्ती लिए इसी गांव के साबीर अली के साथ चार की संख्या में लोग उनके दरवाजे पर पहुंचे और उनकी बेटी को खोजने लगे. घर में मौजूद लोगों के साथ बदसलूकी करते हुए सभी लोग घर में घुसकर उनकी बेटी को ढूंढ़ने लगे. हमले डर से सहमी लड़की घर में बिस्तर के नीचे छिप गयी. उपद्रवी लोगों ने उसे ढूंढ़ने के क्रम में घर के सामान को क्षतिग्रस्त कर दिया और जान से मारने की धमकी देते हुए चले गये. ग्रामीणों की माने तो 23 जून को नशा खिलाकर जबरदस्ती नाबालिग लड़की को दिल्ली ले जाया गया. गांव के ही मनबढ़ू लड़के उसे अगवा कर दिल्ली ले गये थे. इसको लेकर लड़की के पिता ने कांड दर्ज कराया था. पुलिस की ओर से काई कार्रवाई नहीं हो सकी. इस बीच सनातनी युवा वाहिनी ने दिल्ली से लड़की को बरामद करवाया. अब कांड के आरोपित लोगों द्वारा केस उठाने के लिए उन पर दबाव बनाया जा रहा है.
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