बैकुंठपुर. प्रखंड क्षेत्र के वन विभाग में कार्यरत दैनिक मजदूरों ने शुक्रवार को काम ठप कर अपनी मांगों को लेकर धरना पर बैठे रहे. बिहार सरकार के पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग में सरकार के संयुक्त सचिव चितरंजन शर्मा ने सूबे के सभी वन प्रमंडल पदाधिकारी को पत्र भेजकर करीब एक माह पूर्व में एक सूची मांगी गयी थी. इसमें वन विभाग में दस वर्षों से अधिक दिनों से काम कर रहे दैनिक श्रमिकों की सूची पूर्ण विवरण के साथ मांग की गयी थी. इसके साथ ही अतिरिक्त विभागीय स्तर पर कार्यरत सभी दैनिक मजदूरों की पूर्ण विवरणी मांगी थी. इसके लिए सरकार के संयुक्त सचिव ने तीन दिनों का समय निर्धारित कर हार्ड एवं साॅफ्ट काॅपी में विभाग को उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया था. मगर गोपालगंज जिले के डीएफओ द्वारा एक माह बीतने के बाद भी इसे जरूरी नहीं समझा गया और सूची नहीं भेजी गयी. इस बात से क्षुब्ध होकर यहां कार्यरत दैनिक मजदूरों ने धरना देना शुरू कर दिया. उन्होंने आरोप लगाया कि यहां तो डीएफओ सरकार के आदेश पर भी भारी पड़ रहे हैं. तभी तो दैनिक मजदूरों की सूची भेजना जिम्मेदार पदाधिकारी के द्वारा आवश्यक नहीं मानते हुए सूची नहीं भेजी गयी. इसी नाराजगी पर एकजुट होकर अपनी मांगों के नारे लगाते हुए धरना पर बैठे. हालांकि वन उप परिसर पदाधिकारी कविता पटेल ने सभी मजदूरों को काफी समझा बुझाकर मान-मनौअल कर सबको शांत कराया. धरना पर बैठने वालों में शिवनाथ भगत, ललन राम, रामचंद्र राम, छठु राय, चंदन रावत, जयलाल राम, टुनटुन भगत, रामसूरत राम, राजेश भगत, मनोज यादव, उमा राय सहित कई लोग शामिल थे.
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