गोपालगंज. समाहरणालय कार्यालय कक्ष में डीएम पवन कुमार सिन्हा ने संभावित बाढ़ के पहले तैयारियों की समीक्षा की. बाढ़ राहत एवं अन्य सामग्रियों की दर निर्धारित कर ली गयी है. जिले में पॉलीथिन शीट की उपलब्धता, जिसमें अंचलों में 22547 और जिला भंडार में 3380 इस प्रकार कुल 52927 पॉलीथिन शीट उपलब्ध हैं.
सभी सीओ एवं बीडीओ अपने स्तर से फिजिकल वेरिफिकेशन करें
डीएम द्वारा निर्देश दिया गया कि सभी सीओ एवं बीडीओ अपने स्तर से फिजिकल वेरिफिकेशन करना सुनिश्चित करेंगे और इसकी रिपोर्ट अपर समाहर्ता आपदा प्रबंधन को प्रतिवेदित करेंगे. आवश्यकता अनुसार अधियाचना की जा चुकी है. बाढ़ के दौरान नाव की व्यवस्थाएं एवं उपलब्धता के बारे में बताया गया कि कुल सरकारी नाव की संख्या 28 है, जिनमें परिचालन योग्य 15 और मरम्मत योग्य 13 हैं. वहीं निजी नाव की संख्या 40 है. इनफ्लेटेबल मोटर बोट की संख्या 11 है. इनमें परिचालन योग्य पांच और मरम्मत योग्य 6 है. मरम्मत योग्य नाव की मरम्मत की जा रही है. डीएम ने निर्देश दिया गया कि सभी नावों के लिए विधिक प्रक्रिया पूर्ण कर लें. नाविकों के नाम और मोबाइल नंबर वेरिफाइ कर लें. साथ ही बाढ़ आपदा के समय लगाये जाने वाले नाविकों को जैकेट उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें ताकि उन्हें चिह्नित करने में सुविधा हो.
162 ऊंचे शरण स्थल के चयन व 271 सामुदायिक रसोई की तैयारी
बाढ़ राहत शिविर सामुदायिक रसोई के संचालन के लिए कुल 162 ऊंचे शरण स्थल एवं 271 सामुदायिक रसोई के लिए स्थलों का चयन किया जा चुका है. सामग्री भंडारण स्थल निर्धारित कर लें ताकि बाढ़ राहत सामग्री भंडारण में असुविधा नहीं हो. चिह्नित शरण स्थलों एवं सामुदायिक रसोई के लिए आवश्यकता के अनुसार विद्युत आपूर्ति, कुर्सी, टेबल, चादर, दरी, साफ-सफाई तैयारी की व्यवस्था, तो आवश्यक कार्रवाई करने का भी निर्देश अंचल अधिकारियों को दिया गया.जिले में एसडीआरएफ की टीम पहुंची
सहायक आपदा प्रबंधक युसूफ जई ने बताया गया कि जिले में एसडीआरएफ की टीम अस्थायी रूप से आ चुकी है. डीएम ने निर्देश दिया कि उन्हें वहां उपलब्ध कराना सुनिश्चित करते हुए उनके माध्यम से मॉक ड्रिल कराकर जागरूकता सुनिश्चित करें. एसडीआरएफ भवन की बिल्डिंग पोजीशन लेना सुनिश्चित करें. सभी संबंधित अंचल अधिकारियों को अनुग्रह अनुदान भुगतान के लिए आपदा संपूर्ति पोर्टल पर लाभुकों की सूची अत्याधिकरण करने के निर्देश दिये.पशुओं के लिए 26 मूल केंद्र बनाये गये
पशु शिविर के संचालन की तैयारी, जिसने पशुओं की देखभाल के लिए 26 मूल केंद्र बनाये गये हैं. साथ ही 29 जगह पर बाढ़ सुखाड़ सहाय उपकेंद्र चिह्नित किये गये हैं. चिह्नित स्थलों पर चिकित्सकों एवं कर्मियों की प्रतिनियुक्ति की जा चुकी है. जिला पदाधिकारी द्वारा निर्देश दिया गया कि सभी अंचल अधिकारी स्विंग अवलोकन कर सुनिश्चित हो लेंगे.बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के लिए 12 चलंत चिकित्सा दल गठित
सिविल सर्जन द्वारा बताया गया कि बाढ़ के दौरान मानव स्वास्थ्य की देखभाल के लिए बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के लिए 12 चलंत चिकित्सा दल एवं छह अस्थायी चिकित्सा टीमों का गठन किया गया है. नदी तटबंधों की मरम्मत, बाढ़ संघर्ष आत्मक कार्यों की समीक्षा में जल निश्चरण प्रमंडल सीवान द्वारा बताया गया कि जियो बैग प्रचुर मात्रा में उपलब्ध है. सात लाख क्यूसेक फिट बालू का भंडारण किया जा चुका है. सभी स्लुइस गेटों की रिपेयरिंग की जा चुकी है. सीपेज वाले प्रभाव को विशेष ध्यान देते हुए सामग्रियों के भंडारण एवं प्रकाशीय व्यवस्था स्थल पर बाढ़ अवधि प्रारंभ होने के साथ ब्लीचिंग पाउडर आदि की व्यवस्था की जा चुकी है.प्रखंडों में ऑटोमेटिक वेदर स्टेशन की करें जांच
मानसून में बरसात के पूर्वानुमान के संबंध में भारत मौसम विज्ञान विभाग आइएमडी की प्रस्तुतीकरण में बताया गया कि सभी प्रखंडों में ओपन रेन गैंग अधिष्ठापित एवं कार्यरत हैं. सभी प्रखंडों में ऑटोमेटिक वेदर स्टेशन कार्यरत हैं एवं सभी 234 पंचायतों में ऑटोमेटिक रेन गेज स्थापित हैं. अभी तक औसत वर्षा पात में बताया गया कि जनवरी 2025 में जीरो एमएम, फरवरी में जीरो एमएम, मार्च में 0.2 एमएम, अप्रैल में 34 एमएम, मई में 31.8 एमएम और तीन जून तक 4.2 एमएम वर्षापात दर्ज किया गया है. डीएम द्वारा सभी संबंधित बीडीओ को निर्देश दिया गया कि वह अपने स्तर से पुनः सत्यापन करना सुनिश्चित करेंगे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है