भोरे. भोरे थाना क्षेत्र के सिसई में सोमवार को इलाज के दौरान तीन वर्षीय मासूम की मौत हो गयी. घटना से इलाके में कोहराम मच गया. मृतक की पहचान सिसई टोला चौधरी छापर गांव निवासी मो. कादिर अंसारी के छोटे पुत्र मो. कैफ के रूप में हुई है.
कै-दस्त की शिकायत पर बच्चे को लेकर मां गयी थी निजी क्लिनिक
जानकारी के अनुसार, मो. कैश को उल्टी और दस्त की शिकायत थी. उसकी मां शकीला खातून इलाज के लिए उसे सिसई बाजार स्थित ग्रामीण चिकित्सक शत्रुघ्न राम के क्लीनिक पर लेकर गयीं. इलाज के दौरान डॉक्टर ने बच्चे को दो इंजेक्शन लगाये. घर लौटने के कुछ ही देर बाद मासूम के मुंह से झाग निकलने लगा और उसका शरीर नीला पड़ गया. परिजन कुछ समझ पाते, इससे पहले ही उसकी मौत हो गयी.
विरोध में लोगों ने रोड को किया जाम
मासूम की मौत से गुस्साये ग्रामीणों ने शव को भोरे-भिंगारी मुख्य पथ पर रखकर घंटों जाम कर दिया और आरोपित चिकित्सक की गिरफ्तारी की मांग करने लगे. सूचना मिलते ही भोरे पुलिस मौके पर पहुंची. लोगों के आक्रोश के कारण कुछ देर तक पुलिस भी लाचार बनी रही. पुलिस कुछ देर बाद ग्रामीणों को समझा-बुझाकर शांत कराया. साथ ही आरोपित चिकित्सक शत्रुघ्न राम को हिरासत में लिया गया.
ग्रामीण चिकित्सक को हिरासत में लेकर पुलिस कर रही पूछताछ
मामले पर प्रभारी थानाध्यक्ष मंटू कुमार ने बताया कि ग्रामीण चिकित्सक को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है. मृतक के शव को पोस्टमार्टम में भेजने की कार्रवाई की जा रही है. जांच के आधार पर आगे की कार्रवाई की जायेगी. परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. मो. कैफ अपने परिवार में सबसे छोटा था. उसका बड़ा भाई मो. कैफ छठी कक्षा का छात्र है जबकि पिता विदेश में काम करते हैं. घटना से लोग स्तब्ध हैं.
लोगों ने कहा, अवैध क्लिनिकों की जांच की जाये
स्वास्थ्य विभाग की चुप्पी पर आक्रोश जताते हुए ग्रामीणों ने मांग की कि क्षेत्र में चल रहे अवैध क्लिनिकों की जांच की जाये और बिना लाइसेंस वाले डॉक्टरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो. वहीं प्रशासन ने भी जांच का भरोसा दिलाया है, लेकिन परिजनों का सवाल अब भी यही है जवाबदेही तय कब होगी?
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