गोपालगंज. बिहार के प्रमुख धार्मिक स्थलों में एक थावे में गुप्त नवरात्र के तीसरे दिन भी भारी संख्या में साधकों व श्रद्धालुओं का पहुंचना जारी है. नवरात्र में मां सिंहासनी के दर्शन कर नारियल, चुनरी चढ़ाकर मंगलकामना की.
मां त्रिपुर सुंदरी को समर्पित रहा तीसरा दिन
रविवार की सुबह मंगला आरती के बाद मंदिर का पट खुला, तो उसके बाद देर रात तक मां की अनवरत पूजा व दर्शन का सिलसिला चलता रहा. मंदिर के मुख्य पुजारी पं संजय पांडेय ने बताया कि गुप्त काे तीसरा दिन मां त्रिपुर सुंदरी को समर्पित रहा. नवरात्र तंत्र-मंत्र की साधना के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है. देवी त्रिपुर सुंदरी 10 महाविद्याओं में से एक हैं और इनकी आराधना से साधक को दिव्य शक्ति की प्राप्ति के लिए मां सिंहासनी के दरबार में भक्तों ने शीश नवाया.
मां सिंहासनी के दर्शन का लिया लाभ
मां त्रिपुरसुंदरी को श्री विद्या उपासना की प्रमुख देवी माना जाता है. वे सौंदर्य, ऐश्वर्य और आध्यात्मिक ज्ञान की देवी हैं. मां सिंहासनी कामाख्या से चलकर भक्त के बुलाने पर पहुंची थी. इसलिए उनके दर्शन के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं आये और मां सिंहासनी माता के दर्शन का लाभ लिया. सच्चे मन से मां की पूजा करने से हर प्रकार की समस्याओं का समाधान मिलता है.
तंत्र साधकों के लिए खास है नवरात्र
प्रत्यक्ष नवरात्र पर मां दुर्गा के नौ अलग-अलग स्वरूपों की पूजा की जाती है. गुप्त नवरात्रि पर 10 महाविद्याओं के पूजन किया जाता है. इन 10 महाविद्याओं के दो कुल माने गये हैं. काली कुल और श्री कुल, काली कुल में तीन भगवती – मां काली, मां तारा, और मां भुवनेश्वरी है. जबकि श्री कुल में सात हैं. ये 10 रुद्र के अवतार की शक्ति है. मां काली महाकालेश्वर रुद्र की शक्तियां मानी गयी है. मां तारा तारकेश्वर रुद्र की शक्ति है. मां त्रिपुर भैरवी भैरवनाथ रुद्र की शक्ति. मां भुवनेश्वरी भुवनेश्वर रुद्र की शक्ति. मां धूमावती धुमेश्वर रुद्र की शक्ति हैं. मां मातंगी मतंगेश्वर रुद्र की शक्ति हैं. मां कमला कमलेश्वर रुद्र की शक्ति हैं. मां बगलामुखी बगलेश्वर रुद्र की शक्ति हैं. मां त्रिपु सुंदरी षोडेश्वर् रुद्र की शक्ति है. जो तंत्र साधकों के लिए के लिए गुप्त नवरात्र बहुत विशेष होती है. गुप्त नवरात्र पर भी प्रत्यक्ष नवरात्रि की तरह कलश स्थापना होती है.आज करें मां भुवनेश्वरी की आराधना
भुवनेश्वरी 10 महाविद्याओं में से एक हैं और इन्हें संपूर्ण ब्रह्मांड की स्वामिनी कहा जाता है. गुप्त नवरात्र के दौरान इनकी साधना करने वाले भक्तों को माता की कृपा से ऐश्वर्य, तेज, सफलता और सिद्धियां प्राप्त होती हैं. मां भुवनेश्वरी को सौंदर्य, ऐश्वर्य, ज्ञान और शक्ति की देवी माना जाता है. सही विधि से पूजन करने पर भक्तों को अद्भुत आध्यात्मिक लाभ प्राप्त होते हैं.ऐसे करें मां भुवनेश्वरी की पूजा
मां भुवनेश्वरी को प्रसन्न करने के लिए इन मंत्रों का ऊं ऐं ह्रीं श्रीं भुवनेश्वर्यै नमः मंत्र का 108 बार जाप करें. वहीं सिद्धि प्राप्त करने के लिए ऊं ह्रीं भुवनेश्वर्यै नमः का जप करें. पूजा के अंत में मां भुवनेश्वरी की आरती करें और ध्यान लगाएं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है