गोपालगंज. बिहार सरकार की महत्वाकांक्षी मुख्यमंत्री डिजिटल हेल्थ योजना के अंतर्गत भव्या पोर्टल पर मरीजों के इलाज और चिकित्सकों की ऑनलाइन उपस्थिति को लेकर लापरवाही सामने आयी है. स्वास्थ्य विभाग द्वारा दिये गये निरीक्षण में यह पाया गया कि एक से 18 मई तक राज्यभर के 324 चिकित्सकों ने केवल एक या दो दिन ही पोर्टल पर मरीजों को चिकित्सीय परामर्श दिया. इसमें गोपालगंज जिले के 12 चिकित्सक भी शामिल हैं.
सीएस ने 12 चिकित्सकों को जारी किया शो-कॉज नोटिस
स्वास्थ्य विभाग के सचिव मनोज कुमार सिंह द्वारा भव्या पोर्टल की समीक्षा में यह गंभीर लापरवाही पायी गयी. इस पर विभाग ने सभी 324 चिकित्सकों से लिखित स्पष्टीकरण मांगा है. गोपालगंज के सिविल सर्जन डॉ बीरेंद्र प्रसाद ने सदर अस्पताल समेत विभिन्न अस्पतालों में कार्यरत 12 चिकित्सकों को कारण बताओ नोटिस जारी कर 24 घंटे के भीतर जवाब देने का निर्देश दिया है. सिविल सर्जन ने स्पष्ट किया कि अधिकतर चिकित्सकों ने सिर्फ एक या दो दिन ही मरीजों का ऑनलाइन इलाज किया, जो कि डिजिटल हेल्थ योजना के उद्देश्यों के विपरीत है.विभाग कर रहा मामले की जांच
सचिव की सख्ती के बाद अब विभाग पूरे मामले की जांच कर रहा है और डॉक्टरों से प्राप्त स्पष्टीकरण के आधार पर आगे की कार्रवाई की जायेगी. यदि जवाब संतोषजनक नहीं पाया गया, तो संबंधित चिकित्सकों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई के लिए स्वास्थ्य विभाग, बिहार, पटना को पत्र भेजा जायेगा. विभाग का उद्देश्य है कि सभी सरकारी डॉक्टर डिजिटल माध्यम से मरीजों का समुचित इलाज करें और योजनाओं का सही तरीके से पालन हो.क्या है भव्या ऐप
भव्या ऐप, एक डिजिटल हेल्थ एप्लीकेशन है, जो बिहार सरकार द्वारा स्वास्थ्य सेवाओं को डिजिटल बनाने के लिए 2024 में शुरू की गयी है. इस ऐप का उपयोग डॉक्टरों की उपस्थिति, मरीजों का पंजीकरण, इलाज और जांच की जानकारी दर्ज करने के लिए किया जाता है. मरीजों को भव्या एप में अपना आधार नंबर और मोबाइल नंबर देकर पंजीकरण करना होता है. डॉक्टरों को मरीजों की जानकारी भव्या ऐप के माध्यम से देखनी होती है.इन चिकित्सकों पर गिर सकती है गाज
जिन चिकित्सकों पर कार्रवाई की तलवार लटकी है, उनमें सदर अस्पताल के चिकित्सा पदाधिकारी डॉ नेहा परवीन, डॉ दानिश रिजवान, डॉ एमडी इशराइल, डॉ अविनाश कुमार शामिल हैं. इनके अलावा हथुआ अनुमंडलीय अस्पताल के चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अनुराग प्रियदर्शी, डॉ रणधीर सिंह, सीएचसी कुचायकोट के डॉ पंकज गुप्ता, डॉ अरुण कुमार, मांझा सीएचसी के डॉ नूर हसन, डॉ संजय कुमार, फुलवरिया रेफरल अस्पताल के डॉ भूपेश कुमार, डॉ कृष्णा कुमार शामिल हैं.मांगा गया है स्पष्टीकरण : सीएस
मुख्यमंत्री डिजिटल हेल्थ योजना के तहत भव्या पोर्टल के माध्यम से आमजनों को ऑनलाइन दिये गये चिकित्सीय परामर्श का डाटा संधारण एवं अनुश्रवण विभागीय कमांड एंड कंट्रोल सेंटर द्वारा किया जाता है. रिपोर्ट के मुताबिक सदर अस्पताल समेत 12 चिकित्सकों ने महज दो दिन ही चिकित्सीय परामर्श उपलब्ध कराया है, इसके लिए स्पष्टीकरण मांगा गया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है