गोपालगंज. शहर के प्रमुख मिठाई कारोबारी सुरेंद्र प्रसाद की बेटी ज्योति की हत्या के मामले में सोमवार को परिजनों से मिलने पिछड़ा वर्ग व अति पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग के मंत्री हरि सहनी पहुंचे.
हत्या कर गंडक नदी में फेंक दिया था शव
वहां परिजनों ने कहा कि हुजूर, हमारी बेटी ज्योति की हत्या करने के बाद शव को गंडक नदी में हाथ- पैर बांध कर फेंक दिया गया था. पूछने गये लोगों को पकड़कर बेरहमी से पुलिस के सामने पीटकर महम्मदपुर थाने में सुपुर्द कर दिया गया. उल्टे अपहरण का मुकदमा भी थानेदार ने लिख दिया. घटना के दूसरे दिन रात में घर छोड़कर भाग रहे मुखिया के परिजनों को पकड़कर हमलोगों ने पुलिस को सौंपा, तो उनको छोड़ दिया गया. महम्मदपुर पुलिस की भूमिका पहले दिन से ही संदिग्ध रही. इसे गंभीरता से लेते हुए मंत्री हरि सहनी ने पुलिस कप्तान अवधेश दीक्षित से बात कर तत्काल प्रभाव से कार्रवाई करते हुए आरोपितों को गिरफ्तार कराने को कहा. मंत्री ने कहा अगर वे गिरफ्तार नहीं होते हैं, तो उनकी संपत्ति को कुर्क कराएं. कांड का स्पीडी ट्रायल चलवाया जाये. मंत्री ने परिजनों को भरोसा दिया कि बेटी ज्योति को इंसाफ दिलाने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है.
मंत्री को देखते ही फफक पड़े पिता सुरेंद्र प्रसाद
मंत्री के दरवाजे पर पहुंचते ही सुरेंद्र प्रसाद फफक कर रो पड़े. उनके द्वारा बताया गया कि शादी के वक्त 25 लाख से अधिक का उपहार दिया था. बाद मे्ं पांच लाख रुपये और कार की मांग की जाने लगी. जो देने में असमर्थ थे. उसके बाद बेटी को मारपीट व प्रताड़ित किया जाने लगा. कई बार जाकर समझाकर आये. घटना के दिन का सीसीटीवी उनके घर का बंद था. छह जुलाई को एसडीआरएफ की टीम के साथ शव की तलाश कर सत्तरघाट से एक किमी दूरी पर शव को गंडक नदी से बरामद किया गया. उसकी आंखें फोड़ दी गयी थी. शरीर पर पांच- छह ईट बांधा हुआ था. क्षत-विक्षत शव को जब्त किया गया.
पुलिस को नहीं मिल रहा मुखिया के परिजनों का लोकेशन
घटना के बाद पुलिस छापेमारी का दावा जरूर कर रही है. पुलिस को उसका लोकेशन नहीं मिलने की बात कही है. जबकि कोर्ट से उनके खिलाफ वारंट भी जारी हो चुका है. पुलिस की कार्रवाई पर परिजनों ने असंतोष जताया. मौके पर डॉ विशाल कुमार, संजीव सिंह,राजेश साहनी, राधेश्याम साहनी , सुरेन्द्र साहनी, विरेश साहनी, दीपक कुमार दीपू , राजीव कुमार पलटू, दुर्योधन प्रसाद, नागेंद्र प्रसाद, गोलू कुमार थे.
.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है