बैकुंठपुर. जिले के बैकुंठपुर थाना क्षेत्र स्थित मुंजा चकपहाड़ गांव में मंगलवार की सुबह जमीन के विवाद को लेकर दो पक्षों के बीच हुई खूनी झड़प में एक व्यक्ति की मौत हो गयी, जबकि दोनों ओर से 12 लोग घायल हो गये. मृतक की पहचान गांव के 45 वर्षीय परमा राय के रूप में हुई है. बताया जा रहा है कि परमा राय की हत्या धारदार हथियार से भाला घोंपकर की गयी.
घटना के बाद फैली सनसनी
घटना के बाद पूरे इलाके में सनसनी फैल गयी है. पुलिस के अनुसार परमा राय का अपने ही पट्टीदारों के साथ आठ कट्ठा जमीन को लेकर लंबे समय से विवाद चला आ रहा था. इस जमीन को लेकर पहले भी कई बार दोनों पक्षों के बीच कहासुनी और मारपीट की घटनाएं हो चुकी थीं. कई बार स्थानीय स्तर पर समझौते की कोशिशें भी हुई थीं, लेकिन विवाद खत्म नहीं हो सका. मंगलवार की सुबह एक पक्ष द्वारा विवादित जमीन पर मिट्टी गिरायी जा रही थी. इसकी सूचना मिलते ही परमा राय मौके पर पहुंचे और इसका विरोध करने लगे. इसी दौरान कहासुनी बढ़ गयी और देखते ही देखते दोनों पक्षों के बीच लाठी-डंडों और धारदार हथियारों से खूनी संघर्ष शुरू हो गया. इस दौरान परमा राय पर किसी ने भाले से हमला कर दिया, जिससे वे गंभीर रूप से घायल हो गये. घटनास्थल पर ही उन्होंने दम तोड़ दिया. उन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया.
घायलों को सीएचसी में कराया गया भर्ती
मारपीट में परमा राय के बड़े भाई धर्मनाथ राय, पुत्र अरविंद कुमार, गोरख राय, दिनेश कुमार, महेश राय, धर्म राय, राजु राय, आर्यन राय और आदित्य कुमार समेत बलहा गांव के सुरेश राय, राजेंद्र राय तथा विजेंद्र कुमार यादव गंभीर रूप से घायल हो गये. सभी घायलों को बैकुंठपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद हालत नाजुक होने पर उन्हें सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया है. घटना की सूचना मिलते ही बैकुंठपुर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और हालात को नियंत्रित किया. पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया. थानाध्यक्ष ने बताया कि मामले में दोनों पक्षों से बयान लिया जा रहा है और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी. गांव में तनाव की स्थिति को देखते हुए अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की गयी है.
आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग
इस घटना के बाद बैकुंठपुर सरकारी अस्पताल परिसर में ग्रामीणों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी थी. लोग एकत्र होकर पुलिस से आरोपितों की गिरफ्तारी और सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे थे. फिलहाल गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है और लोग डरे-सहमे हुए हैं. बता दें कि जिलेभर में जमीन विवादों से जुड़े हिंसक घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं, जो चिंता का विषय बन चुकी हैं. स्थानीय प्रशासन को चाहिए कि समय रहते इन विवादों का समाधान कराये, ताकि भविष्य में ऐसी दुखद घटनाएं न हों.
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