गोपालगंज. सूर्यदेव जून महीने में लगातार आग बरसा रहे थे. लू और उमस से लोग हलकान हो उठे. शनिवार को 43.4 डिग्री सेल्सियस के साथ पहली बार इस साल जून महीने का सबसे उच्च तापमान गया. 32 डिग्री से ऊपर गया. गोपालगंज का न्यूनतम तापमान डराने लगा है. यह चिंता का विषय है.
बढ़ती नमी ने गर्मी को बनाया असहनीय
दिन की प्रचंड धूप और बेबस गर्मी के बावजूद रात के तापमान से सिर्फ 32 डिग्री ही ऊपर रहा. रात में गर्म हवा और बढ़ती नमी ने गर्मी को असहनीय बना दिया था. अब इंद्रदेव उस आग को बुझाने के लिए आने वाले हैं. रविवार को पुरवा हवा के जोर पकड़ने के साथ सूर्यदेव थोड़े नरम भी पड़े हैं. बंगाल की खाड़ी की नम हवाएं माहौल में नमी भरने लगी हैं. पिछले 24 घंटे में 3.7 डिग्री दिन के पारे में कमी आयी है. इसके साथ उमस और तेज हो गयी है. यह स्थिति मानसून आने तक बनी रहेगी. उमस भरी गर्मी रात और दिन दोनों में सता रही है. रविवार को पूरे दिन गर्मी सताती रही. पुरवा हवा के बाद भी बारिश नहीं होने के कारण उमस बरकरार रही. लोग गर्मी से बचते नजर आ रहे.
बंगाल की खाड़ी आ रहीं नम हवाएं
पुरवा हवा से अधिकतम तापमान 43.4 डिग्री से 3.7 डिग्री गिरकर रविवार को 39.7 डिग्री पर पहुंच गया. इसके साथ माहौल में सुबह की नमी 67 फीसदी हो गयी. इससे दोपहर को तपिश बढ़ी. शहरियों को उमस ने बेचैन किया. रात को भी तापमान 1.6 डिग्री कम होकर 30.6 डिग्री दर्ज किया गया. वहीं पुरवा हवा 16.8 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से चली. बंगाल की खाड़ी की नम हवाओं से बादल और तेज हवाएं चलीं.आज से बादलों के साथ बदलेगा मौसम
मौसम विभाग ने भविष्यवाणी की है कि मानसून 17 जून से उत्तर बिहार के ज्यादातर हिस्सों में छा जायेगा. भीषण गर्मी से सोमवार से ही राहत की उम्मीद है. 17 जून तक धूल भरी आंधी या गरज के साथ छींटे पड़ सकते हैं. मौसम विज्ञानी डॉ एसएन पांडेय का अनुमान है कि 16 जून से बादलों की आवाजाही और बढ़ेगी. 16 जून से मानसून के आगे बढ़ने की उम्मीद है. इस दौरान रात और दिन दोनों में उमस वाली गर्मी रहेगी. 17 जून तक मानसून यहां पहुंच सकता है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है