Corona Cases: गोपालगंज जिले में फिलहाल कोरोना का कोई पॉजिटिव केस नहीं मिला है, लेकिन एहतियात के तौर पर जांच और इलाज की व्यवस्था पहले से ही दुरुस्त की जा रही है. कोरोना जांच के लिए जिले में एक हजार आरटीपीसीआर किट मंगाई गयी हैं, जिनकी जांच सदर अस्पताल में होगी और रिपोर्ट आरटीपीसीआर लैब थावे में की जायेगी. सदर अस्पताल में कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए 10 बेड का विशेष कोविड वार्ड तैयार किया जा रहा है. इसके अलावा हथुआ अनुमंडलीय अस्पताल और थावे के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में कोविड डेडिकेटेड वार्ड बनाये गये हैं.
विदेशों से आनेवालों की जांच होगी
सिविल सर्जन ने बताया कि अस्पतालों में ऑक्सीजन की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए सदर अस्पताल में ऑक्सीजन डेडिकेटेड प्लांट की स्थापना पहले से की गयी है, जिसे एक ऑपरेटर की नियुक्ति कर जल्द चालू किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि जिले के सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (सीएचसी) को भी विशेष निर्देश दिये गये हैं. प्रत्येक सीएचसी में दो-दो बेड वाले विशेष वार्ड बनाने के आदेश जारी किये गये हैं, ताकि किसी भी आपात स्थिति से निबटा जा सके. इसके साथ ही स्वास्थ्यकर्मियों को अलर्ट पर रखा गया है और संक्रमण से बचाव के लिए आवश्यक दवाएं, पीपीइ किट, मास्क, सैनिटाइजर आदि की व्यवस्था की जा रही है.
स्वास्थ्य विभाग ने शुरू की तैयारियां
डॉ प्रसाद ने बताया कि कोई भी व्यक्ति अगर कोरोना के लक्षण महसूस करता है, जैसे बुखार, खांसी, सांस लेने में दिक्कत, गले में खराश आदि, तो वह सदर अस्पताल या अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर जांच करवा सकता है. समय रहते जांच और इलाज कराने से गंभीर स्थिति से बचा जा सकता है. सिविल सर्जन ने लोगों से अपील की है कि कोरोना के नये वेरिएंट को लेकर घबराने की जरूरत नहीं है, लेकिन सतर्कता बेहद जरूरी है.
कोविड पॉजिटिव पाये जाने पर आइसोलेट भी किया जायेगा
भीड़-भाड़ वाले अस्पतालों में जाने से पहले मास्क पहनना, हाथ धोते रहना, भीड़भाड़ से बचना और साफ-सफाई बनाए रखना बेहद जरूरी है. उन्होंने कहा कि विभाग पूरी तरह तैयार है और यदि कोई केस सामने आता है, तो उसे तत्काल आइसोलेट कर इलाज की व्यवस्था की जायेगी. स्वास्थ्य विभाग की यह पहल न केवल संक्रमण की रोकथाम में कारगर साबित होगी, बल्कि लोगों में जागरूकता बढ़ाकर एक बार फिर कोरोना की चुनौती को सफलतापूर्वक मात देने में मदद करेगी.