गोपालगंज. मिडिएशन काउंसिलिएशन प्रोजेक्ट समिति एवं नालसा, नई दिल्ली के संयुक्त तत्वावधान में मध्यस्थता कैंपेन कार्यक्रम का आयोजन एक जुलाई से 30 सितंबर तक होना है. मध्यस्थता कैंपेन कार्यक्रम की सफलता के लिए कुटुंब न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश धीरेन्द्र बहादुर सिंह की अध्यक्षता में व्यवहार न्यायालय के सभी अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीशों के साथ बैठक आहूत की गयी. इस बैठक में प्रधान न्यायाधीश द्वारा सभी न्यायिक पदाधिकारियों को निर्देशित किया गया कि वे अपने-अपने न्यायालयों में लंबित पारिवारिक विवाद, बीमा वाद, घरेलू हिंसा, चेक बाउंस केस, कमर्शियल डिस्प्यूट, सर्विस मैटर, सुलहनीय आपराधिक वाद, उपभोक्ता वाद, रेवेन्यू केस, पार्टीशन केस, इविक्शन केस, लैंड एक्विजिशन केस एवं अन्य वादों को अधिक से अधिक चिह्नित करें. चिह्नित वादों को मध्यस्थता केंद्र में भेजने, उनमें पक्षकारों की उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए पीएलवी के माध्यम से अतिशीघ्र नोटिस तैयार कर निर्गत करने एवं वादों को मध्यस्थता के आधार पर अधिकाधिक सुलह या सेटल करने के संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश दिये गये.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है