गोपालगंज. श्रम विभाग के धावा दल ने बरहिमा व महम्मदपुर में छापेमारी कर चार बाल श्रमिकों को मुक्त करा लिया. श्रम विभाग की कार्रवाई से बाजार में हड़कंप का माहौल बना रहा. यह कार्रवाई श्रम अधीक्षक सुबोध कुमार के नेतृत्व में की गयी. अभियान में श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी (सदर, थावे एवं बरौली), पुलिस बल (पुलिस लाइन गोपालगंज) तथा नारायणी सेवा संस्थान के प्रतिनिधियों की सक्रिय भागीदारी रही. श्रम अधीक्षक ने बताया कि बाल श्रम करवाने वाले एसके स्वीटस एंड चाट कॉर्नर से दो बाल श्रमिक, वीआइपी स्वीट्स से एक बाल श्रमिक तथा एसके फास्ट फूड एंड बिरयानी से एक बाल श्रमिक को मुक्त कराया गया है. तीनों प्रतिष्ठानों के नियोजकों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करायी जायेगी तथा अन्य विधिसम्मत कार्रवाई भी की जायेगी. उनपर जुर्माना भी लगाया गया है. जिला पदाधिकारी पवन कुमार सिन्हा के निर्देश पर बाल एवं किशोर श्रमिक (प्रतिबंधन एवं विनियमन) अधिनियम, 1986 के तहत गठित धावा दल द्वारा एक विशेष कार्रवाई की गयी. अभियान के दौरान बरहिमा चौक, एनएच-27, महम्मदपुर, गोपालगंज रोड स्थित तीन प्रतिष्ठानों से कुल 4 बाल श्रमिकों को मुक्त कराया गया. सभी विमुक्त बाल श्रमिकों को अग्रेतर कार्रवाई एवं पुनर्वास के लिए बाल कल्याण समिति को सौंप दिया गया है. श्रम संसाधन विभाग ने आम जनता को चेतावनी दी है कि जिले में बाल श्रम कानून के उल्लंघन पर सख्त कार्रवाई जारी रहेगी और बाल श्रम की समाप्ति के लिए लगातार निगरानी और विशेष अभियान चलाये जाते रहेंगे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है