गोपालगंज. मिडिएशन काउंसिलिएशन प्रोजेक्ट समिति एवं नालसा नई दिल्ली के संयुक्त तत्वावधान में मध्यस्थता कैंपेन कार्यक्रम का आयोजन एक अगस्त से 30 सितंबर तक किया जा रहा है. मध्यस्थता कैंपेन कार्यक्रम की सफलता के लिए कुटुंब न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश धीरेंद्र बहादुर सिंह की अध्यक्षता में जिला विधिज्ञ संघ के साथ तमाम अधिवक्ताओं के बीच वकालतखाना परिसर में बैठक की गयी. प्रधान न्यायाधीश द्वारा कार्यक्रम में उपस्थित सभी अधिवक्ताओं को संबोधित करते हुए मध्यस्थता कैंपेन के बारे में बताया गया कि व्यवहार न्यायालय के सभी न्यायालयों में लंबित पारिवारिक विवाद, बीमा वाद, घरेलू हिंसा, चेक बाउंस केस, कमर्शियल डिस्प्यूट, सर्विस मैटर, सुलहनीय आपराधिक वाद, उपभोक्ता वाद, रेवेन्यू केस, पार्टीशन केस, इविक्शन केस, लैंड एक्विजिशन केस एवं अन्य वादों को मध्यस्थता के माध्यम से सुलझाने का यह एक सुनहरा मौका है. कार्यक्रम में प्रधान न्यायाधीश के अलावा उपस्थित अन्य सभी न्यायिक पदाधिकारीगण द्वारा समग्र रूप से यह संदेश दिया गया कि इस अभियान को सफल बनाने की कुंजी विवाद से संवाद की ओर जाना ही है, जो कि मध्यस्थता की असल आत्मा है. साथ ही यह भी बताया गया कि विवाद से संवाद की ओर जाना ही मध्यस्थता की आत्मा है. उक्त के अलावा यह भी बताया गया कि कैंपेन कार्यक्रम की सफलता के लिए सभी अधिवक्ताओं को ज्यादा से ज्यादा वादों को चिन्हित कराने एवं चिह्नित वादों में पक्षकारों को मध्यस्थता केंद्र के समक्ष उपस्थित कराकर वादों में सुलह के बिंदु पर वार्ता करने के लिए बताया गया. मौके पर बहुत सारे अधिवक्ताओं द्वारा सुलहनामा लगे वादों की सूची भी सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकार को सुपुर्द की गयी. मौके पर अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश राकेश रंजन सिंह, सीजेएम आनंद कुमार त्रिपाठी, एसीजेएम छह अजय कुमार, सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकार अनूप कुमार उपाध्याय, जिला विधिज्ञ संघ के अध्यक्ष धीरेन्द्र कुमार मिश्रा उर्फ मुन्ना मिश्रा, सचिव मनोज कुमार मिश्रा, उपाध्यक्ष रवि प्रकाश मणि त्रिपाठी, राकेश कुमार शर्मा, अनिल तिवारी, देवेंद्र नाथ तिवारी सहित तमाम अधिवक्ता मौजूद रहे.
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