गोपालगंज. सदर प्रखंड की राज-जादोपुर दुखहरण पंचायत में तीन योजनाओं में भारी वित्तीय अनियमितता सामने आयी है. सारण आयुक्त के आदेश पर जिलाधिकारी पवन कुमार सिन्हा ने कार्रवाई करते हुए सदर बीडीओ को दोषियों पर प्राथमिकी दर्ज करने और वसूली व नीलाम वाद की प्रक्रिया शुरू करने का निर्देश दिया है. यह कार्रवाई राजद के प्रदेश उपाध्यक्ष विनय कुमार दुबे की शिकायत पर की गयी जांच के आधार पर की गयी है. आयुक्त सह लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी के निर्देश पर गठित तीन सदस्यीय जांच टीम ने अपनी रिपोर्ट में योजनाओं में गंभीर गड़बड़ी की पुष्टि की है. जांच में सामने आया कि योजना सं 2/2022-23 में 2.12 लाख 805 रुपये का भुगतान कर दिया गया, जबकि कार्य मूल्य 2.09 लाख 760 रुपये ही था. ग्रामसभा व क्रय समिति की पंजी भी उपलब्ध नहीं करायी गयी, जिससे पारदर्शिता पर सवाल उठे हैं. वहीं योजना सं 3/2022-23 में सैनिटरी पैड वितरण के लिए 2.98 लाख 079 रुपये अग्रिम भुगतान कर दिया गया, लेकिन इसके स्वीकृति से जुड़े दस्तावेज संचिका में नहीं हैं. कोटेशन प्रक्रिया भी अस्पष्ट पायी गयी है. इसके अलावा योजना सं 1/2023-24 के तहत खुले जिम के लिए 9.50 लाख रुपये का भुगतान कर दिया गया, जबकि नियमानुसार यह सामग्री केवल जेम पोर्टल से खरीदी जानी थी. कोटेशन के माध्यम से की गयी खरीद को वित्तीय अनियमितता माना गया है. डीएम की सख्त कार्रवाई से घोटाले में लिप्त लोगों की मुश्किलें बढ़ गयी हैं. जांच व कानूनी प्रक्रिया अब तेज हो चुकी है.
मुखिया व पंचायत सचिव नहीं रखा अपना पक्ष
अनियमितताओं के संबंध में पूर्व में कई बार मुखिया एवं पंचायत सचिव से स्पष्टीकरण मांगा गया, लेकिन अब तक कोई जवाब नहीं मिला. इसके बाद पुनः शिकायत की गयी, जिस पर सारण प्रमंडल आयुक्त के न्यायालय द्वारा अंतिम आदेश में दोषियों के विरुद्ध विधिसम्मत कार्रवाई के निर्देश दिये गये हैं. उस आदेश के बाद डीएम ने यह कार्रवाई की है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है