बरौली. नगर पर्षद के वार्ड संख्या पांच प्रेमनगर आश्रम के पास स्थित बाबा टूकर दास का समाधि स्थल रविवार और सोमवार को जयकारे से गूंज रहा था. यहां कलकलहां, सिसई, सोनबरसा, आलापुर, बड़ा बढेयां, छोटा बढ़ेयां, भड़कुइयां, कोटवां, रतनसराय सहित अन्य कई गांवों के श्रद्धालुओं की अपार भीड़ पहुंची थी तथा डबल व्यास के निर्देशन में कीर्तन हो रहा था. मौका था औघड़ संप्रदाय के चमत्कारी संत बाबा टूकर दास के निर्वाण दिवस पर होने वाले पूजा-पाठ और महाभंडारे का. रविवार को यहां भजन-कीर्तन तथा पूजा-पाठ हुआ. वहीं श्रद्धालुओं ने मांगी हुईं मन्नतों के पूरा होने के बाद चढ़ावा भी चढ़ाया. प्रेमनगर स्थित बाबा टूकर दास के समाधि स्थल के पास आषाढ़ महीने के देवशयनी एकादसी तिथि को प्रतिवर्ष पूरी श्रद्धा और भक्ति के साथ समाधिस्थ संत का निर्वाण दिवस मनाया जाता है. यह कार्यक्रम दो दिनों तक चलता है, दूसरे दिन यहां श्रद्धालुओं के बीच भातवान का आयोजन होता है और इन दोनों दिनों में क्षेत्र के हजारों श्रद्धालुओं सहित औघड़ सम्प्रदाय के संत भी पहुंचकर भंडारे में भाग लेते हैं. कार्यक्रम को सफल बनाने में चिरंजीवी सिंह, बीरेन्द्र सिंह, बीरबल सिंह सहित दर्जनों लोग लगे रहे.
चमत्कारी संत टूकर दास ने 1945 में ली थी समाधि
बाबा टूकर दास एक चमत्कारी संत थे जिनके चमत्कार की चर्चाएं गांव के बड़े-बुजुर्गों द्वारा सुनी जाती हैं. इनके सभी चमत्कार मानव हित और धर्म के रक्षार्थ होते थे. इन्होंने 1945 ई. के आषाढ़ सुदी एकादसी को समाधि लेकर अपने शरीर का परित्याग किया था तथा समाधि लेने के बाद इनके चेले गुदरी बाबा हुए और इनकी समाधि भी इसी जगह पर बनायी गयी है. बाबा टूकर दास के गुरु परमहंस दास थे, जिनका स्थान सीवान जिले के छितौली में है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है