गोपालगंज. संडे को आसमान में काले-काले बादल मंडराते रहे. किसानों को लगा कि सावन झूमकर बरसेगा. महज बूंदाबांदी कर बादल लौट गये. सुबह से 11 बजे तक कहीं-कहीं बूंदाबांदी हुई.
दोपहर बाद तक बादल कमजोर पड़ने लगे. बादल लौटने लगे. उसके बाद धूप ने उमस का एहसास कराया. किसानों ने काले बादलों को देख उत्साहित थे कि सावन में झूमकर बारिश होगी. उनके उम्मीदों पर पानी फिर गया. किसानों ने अपने दम पर किसी तरह से 52 फीसदी ही धान की रोपनी कर सके हैं. धान की पौधों को बचाने की चुनौती थी. रविवार को सक्रिय हुए मानसून के साथ बादलों के आवाजाही के कारण पिछले 24 घंटे में चार डिग्री गिर गया. शहर की सडकों पर फिसलन की स्थिति बनी रही. शाम को मौसम खुशनुमा हो गया. धान की पौधों को भी संजीवनी मिल सकता है.चार डिग्री गिरा दिन का पारा, रात में राहत नहीं
शनिवार का तापमान 36 डिग्री को पार कर गया था. जो कि अपने ऑल टाइम रिकॉर्ड से महज पांच डिग्री अधिक था. रविवार को तापमान चार डिग्री गिरकर 32.4 डिग्री पर आ गया. जबकि रात का पारा 28.5 डिग्री पर रहा मौसम विज्ञानी ने बताया कि मौसम में आर्द्रता 70 से 91 फीसदी पर रहा. जबकि पुरवा हवा पांच किमी के रफ्तार से चलती रही. जबकि प्रदूषण का लेबल घटकर 46 एक्यूआइ रहा.आज से पूरे सप्ताह छाये रहेंगे बादल
मौसम विज्ञानी डॉ एसएन पांडेय ने कहा कि सोमवार से पूरे सप्ताह आसमान में बादल छाये रहेंगे. कहीं-कहीं हल्की, तो कहीं मध्यम बारिश भी हो सकती है. बिजली कड़कने के साथ हल्की बारिश का यलो अलर्ट जारी किया गया है. बंगाल की खाड़ी की ओर से आ रही नम हवा बारिश करा सकती है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है