दीपक श्रीवास्तव, वैशाली
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को वैशाली के ऐतिहासिक अभिषेक पुष्करणी के पास निर्मित बुद्ध सम्यक दर्शन संग्रहालय सह स्मृति स्तूप का उद्घाटन किया. 72 एकड़ में फैले इस भव्य परिसर का निर्माण भवन निर्माण विभाग द्वारा 550.48 करोड़ रुपये की लागत से किया गया है. यह परिसर न केवल वास्तुशिल्पीय दृष्टि से अद्भुत है, बल्कि आध्यात्मिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से भी अत्यंत महत्वपूर्ण है. संग्रहालय का प्रमुख आकर्षण भगवान बुद्ध का पवित्र अस्थि कलश है, जिसे 1958-62 के बीच खुदाई के दौरान प्राप्त किया गया था. यह कलश संग्रहालय की पहली मंजिल पर अत्यंत श्रद्धा और सम्मान के साथ स्थापित किया गया है. पूरा स्तूप पत्थरों से निर्मित है, जिसमें राजस्थान के वंशी पहाड़पुर से लाये गये 42,373 बलुआ पत्थरों का उपयोग किया गया है. संरचना को आधुनिक भूकंपरोधी तकनीक से सुरक्षित बनाया गया है. परिसर में ध्यान केंद्र, पुस्तकालय, आगंतुक केंद्र, संग्रहालय खंड, सांस्कृतिक कार्यक्रमों के लिए एम्फीथिएटर और कैफेटेरिया जैसी अत्याधुनिक सुविधाएं उपलब्ध हैं. यहां 500 किलोवाट का सौर ऊर्जा संयंत्र और पर्याप्त पार्किंग सुविधा भी सुनिश्चित की गयी है. ओडिशा के कलाकारों द्वारा निर्मित भगवान बुद्ध की आकर्षक प्रतिमा इस संग्रहालय की एक अन्य विशेषता है. बुद्ध सम्यक दर्शन संग्रहालय बिहार की सांस्कृतिक विरासत और वैश्विक बौद्ध परंपरा का जीवंत प्रतीक है. इसके उद्घाटन से वैशाली को अंतरराष्ट्रीय बौद्ध पर्यटन मानचित्र पर विशेष स्थान मिलेगा. इससे न केवल स्थानीय पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि रोजगार और आर्थिक विकास की संभावनाएं भी सशक्त होंगी.बने थे दो हेलीपैड, लेकिन सड़क मार्ग से पहुंचे सीएम
उद्घाटन कार्यक्रम के लिए जिला प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किये थे. डीएम वर्षा सिंह और एसपी ललित मोहन शर्मा ने सुरक्षा व्यवस्था की निगरानी की. सिर्फ वीआइपी को एंट्री मिल रही थी. पर्यटन विभाग द्वारा अधिगृहीत भूमि पर दो हेलीपैड बनाये गये थे, लेकिन मुख्यमंत्री सड़क मार्ग से वैशाली पहुंचे. विधि-व्यवस्था बनाये रखने के लिए प्रतिनियुक्त प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी की टीम लगातार गश्ती करती नजर आयी. स्थानीय लोगों ने बताया कि यह स्तूप वैशाली को विश्व बौद्ध मानचित्र पर स्थापित करने की दिशा में एक बड़ा कदम है. स्थानीय पर्यटन, संस्कृति और रोजगार को भी नयी दिशा देगा.अभिषेक पुष्करणी सौंदर्यीकरण कार्य का शुभारंभ टला, एक सप्ताह में शुरू होने की संभावना
वैशाली. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा बुद्ध सम्यक दर्शन संग्रहालय-सह-स्मृति स्तूप के उद्घाटन के साथ अभिषेक पुष्करणी के सौंदर्यीकरण कार्य का भी शुभारंभ प्रस्तावित था, लेकिन किसी अपरिहार्य कारणवश यह कार्यक्रम संपन्न नहीं हो सका. वैशाली विधायक सिद्धार्थ पटेल ने जानकारी दी कि अभिषेक पुष्करणी के सौंदर्यीकरण का कार्य अब एक सप्ताह के भीतर प्रारंभ कर दिया जायेगा. गौरतलब है कि लगभग 30 करोड़ रुपये की लागत से ऐतिहासिक अभिषेक पुष्करणी के चारों ओर सौंदर्यीकरण का कार्य किया जाना है. इसकी घोषणा इस वर्ष आयोजित वैशाली महोत्सव के दौरान पर्यटन मंत्री राज कुमार सिंह ने की थी. उन्होंने इसी माह आयोजित एक कार्यक्रम में कहा था कि पर्यटन विभाग द्वारा स्वीकृत राशि से कार्य इसी माह प्रारंभ होगा. इसके साथ ही बुद्ध स्तूप से पर्यटन विभाग द्वारा अधिगृहीत भूमि तक लगभग 100 करोड़ रुपये की लागत से क्षेत्र का समग्र विकास और सौंदर्यीकरण भी किया जायेगा. यह पहल वैशाली को वैश्विक बौद्ध पर्यटन मानचित्र पर और मजबूती से स्थापित करने की दिशा में एक अहम कदम मानी जा रही है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है