हाजीपुर. नॉर्थ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी ने गर्मी के मौसम में बिजली की किल्लत नहीं होने और निर्बाध विद्युत सप्लाई का उपभोक्ताओं को भरोसा दिलाया था, लेकिन हर दिन रह-रहकर बिजली आपूर्ति बाधित होने से लोगों को परेशानी उठानी पड़ रही है.इस उमस भरी गर्मी में बिजली की समस्या ने लोगों की बेचैनी और बढ़ा दी है. शहर से लेकर गांव तक, जिले के अधिकांश इलाकों में इन दिनों बिजली गुल हो जाने से लोग परेशान हो रहे हैं. नगर के चौधरी बाजार, छीपीटोला, योगीटोला, मीनापुर समेत अन्य मुहल्लों में बीते दो-तीन दिनों से खासकर रात के समय बिजली गायब हो जा रही है. मंगलवार और बुधवार की रात में घंटों बिजली गुल रहने के कारण इन मुहल्लों के लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा. बिजली में कटौती के कारण लोगों को कभी दिन तो कभी रात में गर्मी की मार झेलनी पड़ रही है. शहर से ज्यादा ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली की किल्लत है. जरूरत के मुकाबले पावर सबस्टेशनों को कम बिजली उपलब्ध हो पा रही है. इस समस्या पर विद्युत कंपनी के अधिकारियों का कहना है कि गर्मी में बिजली की खपत बढ़ने के कारण 33 केवी फीडरों से लेकर ट्रांसफर्मरों तक लोड बढ़ गया है. इसके चलते पावर ट्रिपिंग हो रही है.
इधर शहर के हजारों उपभोक्ता बिजली कटौती की परेशानी झेल रहे हैं. फॉल्ट की शिकायत बढ़ जाने से फॉल्ट मरम्मत के कारण भी घंटों तक बिजली गायब रहती है. शहर के चौधरी बाजार निवासी रामकुमार राय, दिनेश कुमार, राधा देवी, विनोद कुमार, मीनापुर के पप्पू सिंह, संजय कुमार, शर्मिला देवी, चौधरी मुबारक अली मुहल्ला निवासी वीरू मालाकार, नूनगोला के दिनेश चौधरी, रवि कुमार समेत अन्य लोगों ने परेशानी बयां करते हुए बताया कि पिछले कई दिनों से बिजली सप्लाई बाधित हो रही है. घंटों तक बिजली गुल रहने से लोग गर्मी से परेशान हो रहे हैं. कई बार लोड बढ़ने के कारण कौनहारा 33 केवी फीडर में पावर ट्रिप करने की नौबत आ रही है. पावर ट्रिपिंग के कारण कौनहारा पावर सबस्टेशन से जुड़े शहरी क्षेत्र तथा आसपास के ग्रामीण इलाकों में बिजली गुल हो जा रही है. स्थानीय विद्युत अभियंताओं का कहना है कि गर्मी के चलते बिजली की खपत 25 से 30 फीसदी बढ़ गयी है. फीडरों और सप्लाई ट्रांसफर्मरों पर इसका सीधा असर पड़ा है. इस वजह से पावर ट्रिपिंग तथा फ्यूज वायर जलने की ज्यादा शिकायतें मिल रही हैं. कम विद्युत आपूर्ति के कारण 11 केवी फीडरों में भी बिजली की कटौती हो रही है. एक विद्युतकर्मी ने बताया कि दिन में लगभग सौ मेगावाट और शाम से रात भर के लिए 120 मेगावाट बिजली की आवश्यकता है. जबकि कई बार उपलब्धता घटकर 80 से भी कम मेगावाट पर आ जाती है.कर्मियों के अभाव में मेंटेनेंस कार्य में बाधा
जिले में ग्रिड से लेकर विद्युत सब स्टेशनों में लाइनमैन, खलासी आदि की कमी है. इस कमी के कारण मेंटेनेंस कार्य प्रभावित होता है. कर्मियों के अभाव में बिजली लाइनों में फॉल्ट की समस्या दूर करने में भी काफी समय लग जाता है. लाइनमैनों की कमी से समय पर काम नहीं हो पाता. पहले शाम के वक्त एक-एक गैंग फ्यूज कॉल मेंटेनेंस के लिए शहर-बाजार के मुख्य चौक-चौराहों पर तैनात रहते थे. अब यह व्यवस्था कहीं नहीं दिखती. जब से यह व्यवस्था समाप्त हुई, मेंटेनेंस कार्य में बाधा पहुंचने लगी. इधर विद्युत लाइन में फॉल्ट की समस्या अक्सर आती रहती है. विद्युत कार्यालय के कर्मियों ने बताया कि प्रतिदिन सौ से अधिक शिकायतें दर्ज करायी जा रही हैं.क्या कहते हैं पदाधिकारी
उमस भरी गर्मी होने के कारण लोड बढ़ा है. ऐसे में फ्यूज काल की संख्या बढ़ गई है. जैसे ही सूचना मिलती है, तत्काल विभाग द्वारा कार्रवाई की जाती है. कभी कभी अनावश्यक फोन काल से भी परेशानी बढ़ जाती है और मानव बल को काम में रुकावट होती है. किसी भी शिकायत को दूर करने के लिए विभाग लगातार प्रयासरत रहता है.चंदन लाल
, कार्यपालक अभियंताविद्युत विभाग, हाजीपुरडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है