हाजीपुर.
केंद्रीय ट्रेड यूनियनों के आह्वान पर बुधवार को देशव्यापी हड़ताल का जिले में खासा असर देखने को मिला. केंद्र और राज्य सरकार के कर्मचारियों के हड़ताल में शामिल रहने के कारण सेवा क्षेत्रों में व्यापक असर दिखा. सरकारी कार्यालयों, बैंक, बीमा व डाकघरों में कामकाज ठप रहा. जिले की बैंक शाखाओं में ताले लटके रहे. बैंकों की एटीएम एवं अन्य सेवाएं बंद रहीं. हड़ताल में शामिल बैंक संगठनों के नेताओं ने बताया कि हड़ताल से लगभग डेढ़ सौ करोड़ रुपये का लेन-देन प्रभावित हुआ है. ट्रेड यूनियनों की राष्ट्रव्यापी हड़ताल और महागठबंधन के राज्यव्यापी चक्का जाम के कारण शहर में सुबह से लेकर करीब तीन बजे दिन तक सन्नाटा छाया रहा और अधिकतर दुकानें बंद रहीं. सदर अस्पताल में इमरजेंसी को छोड़कर बाकी सेवाएं ठप रहीं. समाहरणालय और व्यवहार न्यायालय में भी कुछ लोग ही नजर आये.केंद्र सरकार द्वारा चार श्रम कोड लागू किये जाने, आठ घंटे की जगह 12 घंटे का कार्यदिवस करने, रेल, बैंक, बीमा, रक्षा, कोयला व इस्पात उद्योग समेत सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों और शिक्षा, स्वास्थ्य जैसी बुनियादी सेवाओं का निजीकरण व विनिवेशीकरण के खिलाफ आम हड़ताल का आह्वान किया गया था. हड़ताल के समर्थन में मजदूर संगठनों और सेवा संघों की ओर से जुलूस, रैली व विरोध-प्रदर्शन आयोजित किये गये. मजदूरों और सरकारी कर्मचारियों के साथ एकजुटता प्रदर्शित करते हुए महागठबंधन के सभी दलों के नेता-कार्यकर्ता सड़क पर उतरे.विभिन्न मांगों को लेकर ट्रेड यूनियनों की ओर से जिला मुख्यालय में विरोध मार्च निकाला गया. केंद्रीय ट्रेड यूनियन संयुक्त मंच के बैनर तले शहर के स्टेशन चौक से मार्च निकाल कर अनवरपुर चौक, राजेंद्र चौक, गुदरी रोड, थाना चौक, हॉस्पिटल रोड होते हुए एसडीओ रोड स्थित श्रम विभाग कार्यालय पहुंच कर नारेबाजी की गयी. मार्च का नेतृत्व ऐक्टू के राज्य व जिला सचिव सुरेंद्र प्रसाद सिंह, बच्चाबाबू, संगीता देवी, सीटू के दीनबंधु प्रसाद, राजेंद्र पटेल, मो शमशाद, एआइयूटीयूसी के राजेंद्र शर्मा, राकेश कुमार, खेत व ग्रामीण मजदूर सभा के जिला सचिव रामबाबू भगत, बिहार प्रांतीय खेत मजदूर यूनियन के जिला सचिव रामाशंकर भारती, टीयूसीसी के जिला महासचिव मिथिलेश कुमार शर्मा, इंटक के विपिन सिंह आदि ने किया.सदर अस्पताल में स्वास्थ्यकर्मियों ने भी दिया धरना
10 सूत्री मांगों को लेकर स्वास्थ्य कर्मियों के हड़ताल पर रहने के कारण सदर अस्पताल में ओपीडी सेवाएं बाधित रहीं. बिहार चिकित्सा एवं जनस्वास्थ्य कर्मचारी संघ, जिला शाखा के बैनर तले सदर अस्पताल परिसर में स्वास्थ्य कर्मियों ने धरना-प्रदर्शन किया. धरना स्थल पर संघ के जिला मंत्री राकेश कुमार सिंह ने कहा कि मजदूरों के हित में बने 29 श्रम कानूनों को समाप्त कर केंद्र सरकार मजदूर विरोधी चार श्रम कोड को लागू करना चाहती है. इसे निरस्त किया जाना चाहिए. धरना-प्रदर्शन में आशा संगठन के जिला मंत्री वीरेंद्र कुमार, संघ के कोषाध्यक्ष सुरेंद्र प्रसाद राय, विशेष शाखा मंत्री राजू कुमार, नूतन कुमारी, धनेश्वर राम, राधा सिन्हा, रवि कुमार, सुजीत कुमार, अर्चना कुमारी, डॉली कुमारी, कुमारी अनुप्रिया, सरिता कुमारी समेत अन्य स्वास्थ्य कर्मी शामिल थे.प्रधान डाकघर परिसर में डाककर्मियों ने दिया धरना
संयुक्त परिषद ऑफ पोस्टल कर्मचारी के बैनर तले डाक विभाग के कर्मियों ने स्थानीय राजेंद्र चौक स्थित प्रधान डाकघर परिसर में धरना दिया. कार्यक्रम का नेतृत्व अखिल भारतीय डाक कर्मचारी संघ, पोस्टमैन एवं एमटीएस के वैशाली मंडल अध्यक्ष सुधांशु कुमार, सचिव अमित कुमार, सर्किल अध्यक्ष रामनरेश राय, संगठन मंत्री शंकर सिंह, अखिल भारतीय ग्रामीण डाकसेवक संघ के मंडल सचिव जितेंद्र कुमार आदि ने किया. हड़ताली डाक कर्मियों ने बताया कि जिले के प्रधान डाकघर समेत 31 अवर डाकघर एवं 255 शाखा डाकघरों में कामकाज पूर्ण रूप से बाधित रहा. सभी डाककर्मी हड़ताल पर रहे. धरना स्थल पर संजय कुमार, राजेश कुमार, रोहन कुमार, कुंदन कुमार, शंकर झा, सोनू कुमार, विकास सिंह, चंदन सिंह, सुनील सिंह, सुरेश कुमार सिंह, अमरेश सिंह,रतन कुमार चौधरी, रामनरेश मिश्रा, विकास कुमार, सौरभ कुमार आदि ने विचार रखे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है