हाजीपुर. सदर अस्पताल में गुरुवार को सिविल सर्जन ने स्टॉप डायरिया कैंपेन का उद्घाटन किया. जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी ने बताया कि कैंपेन के लिए 14 सितंबर तक जिले के कुल छह लाख नौ हजार 81 लक्षित बच्चों को आशा कार्यकर्ता द्वारा भ्रमण कर ओआरएस पैकेट वितरित किया जायेगा. इसके साथ ही डायरिया से पीड़ित बच्चों को ओआरएस एवं जिंक की गोली उपलब्ध करायी जाएगी. इन्होंने बताया कि वर्तमान परिपेक्ष्य में पांच वर्ष से कम उम्र के बच्चों में कुल मौत का लगभग 10 प्रतिशत मौत डायरिया से होती है, जिसका मुख्य कारण निर्जलीकरण के साथ इलेक्ट्रोलाइट्स की कमी होना है. मौत को ओआरएस एवं जिंक के उपयोग से कम किया जा सकता है.
साफ-सफाई की जानकारी देगी आशा
कैंपेन की सफलता हेतु पूर्व में कार्य योजना बनाई जा चुकी है. आशा द्वारा घर-घर भ्रमण कर घर के सदस्यों को घोल तैयार करने की विधि, साफ-सफाई एवं हाथ धोने के तरीकों की जानकारी प्रदान की जाएगी. अभियान के दौरान सभी घरों में दो माह से 6 माह के बच्चों को जिंक की आधा गोली और 6 माह से 5 वर्ष तक के बच्चों को एक गोली 14 दिनों तक दिया जाना है. सदर अस्पताल परिसर में ओआरएस कॉर्नर लगाया गया है, जिसमें 5 वर्ष तक के बच्चों के अभिभावक को ओआरएस घोल तैयार करने की विधि बताई गई. जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी ने घोल तैयार करने का तरीका बताया एवं वहां उपस्थित बच्चों और उनके अभिभावकों को दो-दो पैकेट ओआरएस उपलब्ध कराया गया. उद्घाटन के समय डॉ संजय दास जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी, डॉ रतन प्रकाश अधीक्षक सदर अस्पताल, डॉ राजेश किशोर साहू जिला गैर संचारी रोग पदाधिकारी, डीपीएम डॉ कुमार मनोज, डीसीएम निभा रानी, यूनिसेफ की एसएमसी मधुमिता कुमारी, मोहम्मद जकी अहमद, रणधीर कुमार, शशि रंजन एवं अजीत रंजन सहित अन्य पदाधिकारी सहित सभी स्वास्थ्य कर्मी उपस्थित थे.
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