देसरी. देसरी प्रखंड की आजमपुर, जहांगीरपुर शाम पंचायत के 400 घर गंगा नदी का जलस्तर बढ़ने से पानी से घिर गये हैं. वे नाव के सहारे आना-जाना कर रहे हैं. खड़गपुर गांव के लोग अपने अपने घरों को खाली कर बांध या फिर अन्य ऊंचे स्थानों पर शरण लेने लगे है. लोगों का कहना है कि लगातार पानी बढ़ रहा है. रविवार को भी करीब एक फिट पानी बढ़ने से फसलें डूब गयी हैं. मजबूरन किसान मक्का की फसलों को काटकर चारा के रूप में खिला रहे है. खडगपुर वार्ड संख्या 12 निवासी बाढ़ पीड़ित मुकेश दास, उपेंद्र दास, सुशीला देवी, गणिता देवी, भरत महतो, नरेश महतो, सुरेश महतो, शत्रुध्न महतो के अलावा अन्य लोगों ने बताया कि घरों में पानी प्रवेश कर जाने के कारण बांध पर आकर शरण लिए हुए है. बाढ़ के पानी से खेतों में लगी फसल, घरों में रखे जलावन डूब जाने से खाने पीने की समस्या उत्पन्न हो गयी है. सरकारी स्तर पर एक भी नाव का परिचालन नहीं कराए जाने से खासकर महिलाओं को शौचालय की समस्या हो रही है. ग्रामीणों ने डीएम और आपदा प्रबंधन विभाग से तत्काल नाव चलवाने एवं पीएचईडी विभाग से अस्थाई शौचालय निर्माण करवाने की मांग की है.
विधायक ने बाढ़ पीड़ितों से मिल सुनी समस्या
विधायिका प्रतिमा कुमारी ने रविवार को खड़गपुर और आजमपुर में बाढ़ प्रभावित गांव का दौरा किया. बाढ़ पीड़ितों से मिल कर उनकी समस्याओं को सुना. मौके पर एसडीओ से बात कर नाव उपलब्ध कराने का निर्देश दिया. ताकि लोग अपने घरों से जरूरत के समान निकाल कर सुरक्षित स्थान पर पहुंच जाए. साथ ही सामुदायिक किचेन, बिजली, मेडिकल टीम, बच्चों के लिए दूध, स्वास्थ्य शिविर लगाने, मवेशियों का चारा उपलब्ध कराने की मांग डीएम से की. लोगों ने बताया कि लगातार गंगा नदी का पानी बढ़ रहा है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है