पटेढी बेलसर. मुहर्रम को शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने के लिए प्रशासन ने तैयारियों को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है. क्षेत्र में शांति व्यवस्था बनाये रखने के लिए प्रशासन पूरी तरह सतर्क है. ताजिया जुलूस के मार्गों पर पुलिस बल के साथ दंडाधिकारी की तैनाती सुनिश्चित की जा रही है, ताकि किसी भी प्रकार की अव्यवस्था या असामाजिक गतिविधियों पर तुरंत नियंत्रण पाया जा सके. प्रशासन ने पूर्व की भांति इस बार भी ताजिया जुलूस निकालने के लिए लाइसेंस लेना अनिवार्य कर दिया है. केवल उन्हीं अखाड़ों को लाइसेंस दिया जा रहा है, जिन्होंने पूर्व वर्षों में जुलूस निकालते रहे है. प्रशासन ने यह कदम अनावश्यक विवादों से बचने और पारंपरिक अखाड़ों को प्राथमिकता देने के उद्देश्य से उठाया है. मुहर्रम में डीजे बजाने पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया गया है. डीजे बजाने पर संबंधित व्यक्ति और अखाड़ों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जायेगी, साथ ही उनका लाइसेंस भी रद्द किया जा सकता है.
जुलूस निकालने के लिए आठ जगहों से मिले आवेदन
थानाध्यक्ष अनुरंजन कुमार ने बताया कि अब तक क्षेत्र के आठ स्थानों से ताजिया जुलूस निकालने के लिए आवेदन प्राप्त हुआ हैं. उन्होंने कहा कि थाना क्षेत्र हमेशा से सांप्रदायिक सौहार्द की मिसाल रही है. यहां हिन्दू और मुस्लिम समुदाय के लोग एक-दूसरे के पर्व-त्योहारों में बढ़-चढ़कर भाग लेते रहे हैं. उन्होंने बताया कि मुहर्रम को लेकर अब तक 102 असामाजिक तत्वों पर सीआरपीसी की धारा 107 के तहत निरोधात्मक कार्रवाई की जा चुकी है. साथ ही सोशल मीडिया पर भी विशेष निगरानी रखी जा रही है, ताकि कोई भ्रामक या भड़काऊ सामग्री फैलने न पाये. प्रशासन की कोशिश है कि मुहर्रम पर्व शांतिपूर्ण, पारंपरिक और सौहार्दपूर्ण वातावरण में संपन्न हो.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है