भगवानपुर. 14 अप्रैल से एक बार फिर से शहनाई की आवाज गूंजने लगेगी. साथ ही सभी तरह के मांगलिक कार्य भी शुरू हो जायेंगे. सूर्य 14 अप्रैल को मीन राशि से निकलकर मेष राशि में प्रवेश करेगा. सूर्य के राशि परिवर्तन से खरमास समाप्त हो जायेगा. इसके साथ ही शादी-विवाह का सिलसिला शुरू हो जायेगा. इस बार अप्रैल से जून तक शादियां होंगी. फिर चार महीने के ब्रेक के बाद एक नवंबर को देवोत्थान एकादशी से लग्न की शुरुआत होगी. बनारसी पंचांग के अनुसार, अप्रैल में 12, मई में 19 और जून में सात दिन विवाह का मुहूर्त हैं. इसके बाद चातुर्मास लग जायेगा.
भगवानपुर प्रखंड के बांथु गांव निवासी आचार्य सुजीत शास्त्री उर्फ मिट्ठू बाबा ने बताया कि ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शादी-विवाह के लिए शुभ मुहूर्त होना बहुत महत्वपूर्ण होता है. वैवाहिक बंधन को सबसे पवित्र रिश्ता माना गया है, इसलिए इसमें शुभ मुहूर्त का होना आवश्यक है.शुभ लग्न मुहूर्त
बनारसी पंचांग के अनुसार :
अप्रैल: 14, 15, 16, 17, 18, 19, 20, 21, 25, 26, 29, 30मई: 1, 5, 6, 7, 8, 9, 10, 11, 12, 13, 14, 15, 16, 17, 18, 22, 23, 24, 28जून: 1, 2, 3, 4, 5, 7, 8
मिथिला पंचांग के अनुसार :
अप्रैल: 16, 18, 20, 21, 23, 25, 30मई: 1, 7, 8, 9, 11, 18, 19, 22, 23, 25, 28जून: 10, 11, 12डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है