हाजीपुर. मानव दुर्व्यापार विरोधी दिवस के अवसर पर बुधवार को हाजीपुर में एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम का आयोजन स्व. कन्हाई शुक्ला सामाजिक सेवा संस्थान द्वारा जस्ट राइट्स फॉर चिल्ड्रेन (जेआरसी) के सहयोग से किया गया. यह आयोजन अस्पताल रोड स्थित शुक्ला सभागार में हुआ. इसमें बाल अधिकारों और संरक्षण से जुड़े प्रमुख विभागों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया. इस अवसर पर आरपीएफ, जीआरपी, आइसीडीएस, जिला बाल संरक्षण इकाई और श्रम संसाधन विभाग सहित विभिन्न हितधारकों ने एकमत होकर यह स्वीकार किया कि बच्चों की तस्करी (ट्रैफिकिंग) एक गंभीर समस्या है. इससे निपटने के लिए सभी विभागों और एजेंसियों को समन्वय के साथ कार्रवाई करनी होगी. सभी ने कहा कि यदि कानून प्रवर्तन एजेंसियों में आपसी तालमेल बेहतर हो, तो ट्रैफिकिंग गिरोहों में कानून का भय पैदा किया जा सकता है. संस्थान के सचिव सुधीर कुमार शुक्ला ने कहा कि ट्रैफिकिंग केवल बाल मजदूरी या यौन शोषण तक सीमित नहीं है. अनेक बच्चियों को जबरन विवाह के लिए भी तस्करी का शिकार बनाया जाता है. उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर समाज में कम चर्चा होती है और प्रभावी रोकथाम की दिशा में ठोस प्रयास नहीं किये जाते. उन्होंने कहा कि यदि बाल तस्करी को रोकना है तो दोषियों को शीघ्र व कठोर सजा देनी होगी. कार्यक्रम में बच्चों की सुरक्षा को लेकर उठाए जा रहे कदमों और कानून प्रवर्तन एजेंसियों की चुनौतियों पर गंभीर चर्चा हुई. श्रम अधीक्षक शशि कुमार सक्सेना, डीपीओ आइसीडीएस पूनम गिरि, आरपीएफ पोस्ट इंचार्ज साकेत कुमार, जीआरपी पोस्ट इंचार्ज परमानंद जॉर्डन और बाल संरक्षण पदाधिकारी अमूल्य कुमार ने कहा कि ट्रैफिकिंग रोकने के लिए जागरूकता, कानून का प्रचार और एजेंसियों के बीच तालमेल जरूरी है. वक्ताओं ने यह भी कहा कि मुक्त कराये गये बच्चों को तय समय सीमा में न्याय और पुनर्वास मिलना चाहिए. कार्यक्रम में बताया गया कि स्व. कन्हाई शुक्ला सामाजिक सेवा संस्थान ने पिछले वर्ष लगभग 150 बच्चों को बाल श्रम और तस्करी से मुक्त कराया है. इस अवसर पर स्वागत भाषण कृति फाउंडेशन की सचिव सारिका कुमारी ने दिया, जबकि धन्यवाद ज्ञापन कार्यक्रम प्रबंधक संजीव कुमार ने किया. कार्यक्रम में सत्यजीत कुमार (डिस्ट्रिक्ट कोऑर्डिनेटर, आइसीडीएस), वन स्टॉप सेंटर की आभा रानी, ऑफिस असिस्टेंट सोनू कुमार, समन्वयक शालिनी भारती, शत्रुजीत कुमार, संतोष कुमार, गुड्डू कुमार, राजन पांडे, बिट्टू कुमार, रूपा कुमारी, मीनाक्षी कुमारी, प्रकाश कुमार, अभय कुमार यादव सहित कई लोगों ने अपने विचार रखे. सभी ने ट्रैफिकिंग को खत्म करने के लिए अपनी वचनबद्धता दोहरायी.
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