वैशाली. बिहार बदलाव यात्रा के तहत वैशाली के भगवानपुर रत्ती गांव पहुंचे जन सुराज नेता प्रशांत किशोर ने कहा कि पिछले 3 सालों से बिहार के गांव-गांव घूम रहा हूं. लेकिन बच्चों के शरीर पर सूती कपड़ा या पैरों में चप्पल नहीं है. इसीलिए आपको अपने बच्चों की चिंता करनी है, कोई नेता आपके बच्चों की चिंता नहीं करेगा. उन्होंने आगे कहा कि सरकार बनने पर दिसंबरसे 60 साल से अधिक उम्र के हर पुरुष-महिला को 2000 रुपये मासिक पेंशन दी जायेगी. उन्होंने कहा कि इस साल छठ के बाद बिहार के युवाओं को 10-12 हजार रुपये की मजदूरी करने के लिए अपना घर-परिवार छोड़कर नहीं जाना पड़ेगा. उन्होंने कहा कि जब तक सरकारी विद्यालयों में सुधार नहीं हो जायेगा, तब तक 15 साल से कम उम्र के बच्चों को निजी स्कूलों में पढ़ाएं, उनकी फीस सरकार भरेगी. उन्होंने जनता से अपील की कि उन्हें और उनके बच्चों को लूटने वाले नेताओं को वोट न दें. अपने बच्चों के लिए वोट दें और बिहार में जनता का राज स्थापित करें. चुनाव में वोट लालू, नीतीश और मोदी के चेहरे पर नहीं अपने बच्चों के चेहरे को देखकर दीजिएगा. पटना से वैशाली पहुंचने पर प्रशांत किशोर की पार्टी ने ढोल-नगाड़ों से उनका स्वागत किया. सभा को सर्वोच्च न्यायालय की अधिवक्ता प्रतिभा सिन्हा, डॉ विनय पासवान, विनीता विजय, जय प्रकाश चौधरी, जिलाध्यक्ष अमर कुमार, पूर्व मुखिया अरविंद राय आदि ने संबोधित किया.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है