राघोपुर. गंगा नदी के जलस्तर में लगातार हो रही वृद्धि से राघोपुर प्रखंड वासियों की मुश्किलें बढ़ गई है. प्रखंड के निचले इलाकों में बाढ़ का पानी भर कर तेजी से ऊंची जगह पर फैल रहा है. शिवनगर मार्केट से विश्राम टोला जाने वाली सड़क पर बाढ़ का पानी भरने से लोगों को आवागमन में काफी दिक्कत हो रही है. कच्ची दरगाह- बिदुपुर सिक्स लाइन पुल के पाया नंबर 29 के निकट बाढ़ के पानी के तेज बहाव के कारण सड़क कट गई है. सड़क कटने के कारण जफराबाद एवं जहांगीरपुर गांव जाने वाले एवं आने वाले लोगों का परेशानी बढ़ गई. दोनों पंचायत के लोगों का मुख्य सड़क से संपर्क भंग हो गया.
इसके साथ ही रुस्तमपुर लोहा पुल के निकट से सिक्स लाइन जाने वाली रास्ते में कई जगह पर बाढ़ का पानी भर गया है. प्रखंड के कमल सिंह संभल सिंह विद्यालय राघोपुर, वीरपुर, चक सिंगार, जुड़ावनपुर, जफराबाद, जहांगीरपुर सहित अन्य गांवों में बाढ़ के पानी निचले इलाके में तेजी से फैल रहा है. प्रखंड के लगभग सभी छोटे-छोटे ढाब में पानी भर कर तेजी से खेतों में फैल रहा है. वही शिवनगर मार्केट के निकट से लंका टोला जाने वाली रोड पर बाढ़ का पानी हो जाने के कारण लोगों को आने जाने में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. लोगों को एक गांव से दूसरे गांव तक जाने में परेशानियां झेलनी पड़ रही है. दूसरी ओर पानी में डूब कर पशु चारे के नष्ट हो जाने से यहां पशुपालकों की परेशानी बढ़ने लगी है. लोगों को अपने दैनिक उपयोग की सामग्री एवं पशु चारे के लिए किस स्थान से दूसरे स्थान पर कमर भर पानी में आना जाना पड़ रहा है. पानी की तेज धारा में यह खतरे से खाली नहीं भर चुका है. प्रखंड के निचले इलाके में बाढ़ का पानी भर चुका है.नाव की नहीं की गई व्यवस्था
प्रखंड के निचले हिस्से में बाढ़ का पानी आने के बाद भी स्थान में प्रशासन के द्वारा नाव की व्यवस्था नहीं की गई. जिसके कारण किसान जान जोखिम में डालकर पशु चारा लाने जाते हैं. प्रखंड के निचले इलाके में बाढ़ का पानी भरने के कारण खासकर पशु पालकों को काफी परेशानी हो रही है. बाढ़ के पानी में जान जोखिम में डालकर किसान चारा लाने जाते हैं. निचले इलाके में बाढ़ का पानी आने से लोग चिंतित एवं भयभीत हैं. लोग अभी से ऊंचे स्थान पर जगह चिन्हित करने में जुटे हैं.
जान जोखिम में डालकर स्थानीय लोग सड़क एवं ढाब पार कर रहे हैं. पशुपालक पशु चारा के लिए जान जोखिम में डालकर आते जाते हैं. वही लोग छोटे-छोटे ढाब ट्यूब एवं केला के थम का नाव बनाकर पार कर रहे हैं. खासकर पशुपालकों को पशु चारा लाने में काफी परेशानी होती की गई है.सैकड़ों एकड़ में लगी फसल बाढ़ के पानी में डूबी
प्रखंड के निचले इलाके वाली सैकड़ों एकड़ में लगी फसल बाढ़ के पानी में डूब गई है. किसान आनन-फानन में कच्ची फसल को किसी तरह जान जोखिम में डालकर काट रहे हैं. फसल में पानी भरने के बाद कई एकड़ में लगी फसल बर्बाद हो गई. जिसके कारण पशुपालकों को पशु चारा की भी दिक्कत हो रही है. किसान कमर भर पानी में किसी तरह जान जोखिम में डालकर फसल एवं पशु चारा को लेकर एक स्थान से दूसरे स्थान पर जा रहे हैं. प्रखंड के परोहा, जफराबाद, जहांगीरपुर, सरायपुर, तेरसिया, हेम्मतपुर, चक सिगार, बहरामपुर, वीरपुर समेत निचले इलाके में बसे लोगों की चिता बढ़ गई है. लोग अभी से पशु एवं अपने लिए ऊंचे स्थान पर शरण लेने लगे हैं. वहीं पशुपालकों के लिए भी लोग ऊंचे स्थान पर जगह तलाश में जुटे हैं.
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