जमुई. मनरेगा के तहत मजदूर दिवस (01 मई 2025) के दिन पंचायतों में कार्य कराने और अनिवार्य एनएमएमएस उपस्थिति अपलोड करने में लापरवाही बरतने वाले 15 पंचायत रोजगार सेवकों पर अनुशासनिक कार्रवाई की गयी है. उप विकास आयुक्त सुभाष चंद्र मंडल ने विभागीय निर्देश के आलोक में इन सभी पर एक वर्ष तक मूल मानदेय में पांच प्रतिशत कटौती का दंड अधिरोपित किया है. जानकारी के अनुसार जिन प्रखंडों के रोजगार सेवकों पर कार्रवाई की गई है, उनमें बरहट, चकाई, इस्लामनगर अलीगंज, झाझा, खैरा, लक्ष्मीपुर और सिकंदरा शामिल हैं और इनके नाम धीरेंद्र कुमार, अंजीत कुमार, अब्दुल्ला अमीन, अशोक कुमार दास, संजय कुमार, शंकर प्रसाद सिंह, रधुनंदन यादव, दिनेश चौधरी, मंजीत कुमार, संजय कुमार कुशवाहा, प्रेम गूंजन, कमलेश कुमार, राजीव कुमार यादव, बिंदेश्वरी कुमार, मनोज कुमार दास है. डीडीसी ने बताया कि मनरेगा मार्गदर्शिका के अनुसार 01 मई को मजदूर दिवस के रूप में घोषित अवकाश होता है. इसके बावजूद संबंधित रोजगार सेवकों द्वारा उस दिन मजदूरों से काम लिया गया और एनएमएमएस उपस्थिति भी अपलोड किया गया, जो कि नियमों के खिलाफ है. उप विकास आयुक्त ने स्पष्ट किया कि भविष्य में भी इस प्रकार की लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जायेगा. मनरेगा की गरिमा बनाये रखने और कार्यान्वयन में पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए नियमानुसार कार्रवाई की जाती रहेगी. इस कार्रवाई से मनरेगा कर्मियों में हड़कंप मच गया है और प्रशासनिक सख्ती का स्पष्ट संदेश गया है कि विभागीय नियमों की अवहेलना पर कठोर दंड भुगतना पड़ेगा.
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