सोनो. थाना क्षेत्र अंतर्गत बाबूडीह गांव स्थित मायके में मनिजा खातून (28) का शव आते ही ग्रामीणों की भीड़ लग गई. गुरुवार को उसके मायके के परिवार सदस्यों व ग्रामीणों ने मिट्टी अदायगी का रस्म पूरा कर दफन को अंजाम दिया. मायके के लोग व तीनों बेटे ने रोते हुए उसे अंतिम विदाई दी. विदित हो कि बीते बुधवार को सिमुलतला थाना क्षेत्र के पिपराडीह कनौदी गांव स्थित ससुराल से मनिजा खातून के फंदे से लटके शव को पुलिस ने बरामद किया था. मृतका के मायके वालों ने उसके पति, ससुर, सास व ससुराल के अन्य लोगों पर मारपीट कर पैर तोड़ने और बाद में हत्या करके शव को फंदे से लटकाने का आरोप लगाया था. मनिजा के पिता बाबूडीह निवासी नसीरुद्दीन अंसारी ने अपनी पुत्री के ससुराल वालों पर दहेज प्रताड़ना और हत्या का आरोप लगाते हुए अपने दामाद सहित पांच लोगों को नामजद कर प्राथमिकी दर्ज करायी है. ससुराल के सभी परिवार सदस्यों के फरार हो जाने के कारण पोस्टमार्टम व अन्य प्रक्रिया के उपरांत पुलिस ने मृतका के शव को उसके मायके वाले को सौंप दिया. पिता अपनी बेटी के शव और रोते बिलखते अपने तीनों नाती को लेकर जब बाबूडीह पहुंचे तब घर में कोहराम मच गया. घर वालों के क्रंदन से माहौल गमगीन हो गया. ग्रामीणों के बीच गांव की बेटी के यूं इंतकाल का गम साफ झलक रहा था. जिला परिषद सदस्य प्रतिनिधि मो सिबगतुल्लाह परिवार सदस्यों को सांत्वना देते हुए दफन की प्रक्रिया तक साथ रहे. उन्होंने दोषियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की मांग की. मनिजा को तीन छोटे छोटे पुत्र है जिनके सर से मां की ममता छीन गया. नसीरुद्दीन ने दिए आवेदन में बताया कि शादी के बाद से ही मनिजा के पति इरशाद अंसारी व अन्य लोग दहेज की मांग करते हुए प्रताड़ित करते थे. मंगलवार की रात्रि पुत्री ने फोन कर बताई कि ससुराल वाले मारपीट कर उसके पैर तोड़ दिए है. दूसरे ही दिन बुधवार को उस गांव के लोगों द्वारा मनिजा के शव मिलने की सूचना दिए.
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