प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी ने विभागीय पत्र जारी कर की कार्रवाई, सिविल सर्जन को भी भेजी सूचना
गिद्धौर. प्रसव के दौरान बरती गयी लापरवाही के कारण नवजात शिशु की मौत के मामले में दिग्विजय सिंह सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की चिकित्सा व्यवस्था पर सवाल खड़े हो गए हैं. घटना को गंभीरता से लेते हुए अस्पताल के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ नरोत्तम कुमार सिंह ने चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अजीमा निशात, जीएनएम निशा कुमारी से स्पष्टीकरण मांगा है. जानकारी के अनुसार, 21 जुलाई को मौरा गांव निवासी सोनू रावत की पत्नी वर्षा कुमारी को प्रसव पीड़ा के बाद गिद्धौर स्वास्थ्य केंद्र लाया गया था. परिजनों का आरोप है कि महिला की गंभीर स्थिति को देखते हुए चिकित्सक द्वारा उसे सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया था, लेकिन अस्पताल परिसर में मौजूद दो महिला आउटसोर्सिंग सफाई कर्मियों ने जबरन प्रसव कराने का प्रयास किया. इस दौरान लापरवाही के चलते नवजात शिशु की मौत हो गयी.लापरवाही और अनुशासनहीनता का मामला, विभाग ने लिया संज्ञान
परिजनों द्वारा स्वास्थ्यकर्मियों पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाते हुए विभागीय कार्रवाई की मांग की गयी थी. मामले को गंभीरता से लेते हुए प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ सिंह ने विभागीय पत्र जारी कर संबंधित कर्मियों से स्वास्थ्य कार्यों में लापरवाही एवं अनुशासनहीनता को लेकर स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने को कहा है. उन्होंने बताया कि घटना की जानकारी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी द्वारा सिविल सर्जन जमुई समेत अन्य वरीय अधिकारियों को भी भेज दी गयी है. विभागीय स्तर पर मामले की जांच की जा रही है और दोषियों के विरुद्ध आवश्यक कार्रवाई की तैयारी की जा रही है. मृत नवजात के परिजनों ने स्वास्थ्य विभाग से मांग की है कि दोषी स्वास्थ्यकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए, ताकि भविष्य में इस प्रकार की दुखद घटनाएं दोबारा न हो. घटना के बाद अस्पताल प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है और विभागीय स्तर पर भी मामले को लेकर सक्रियता देखी जा रही है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है