जमुई. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर एक कार्यक्रम में राष्ट्रगान का अपमान करने का आरोप लगाते हुए राजद ने शनिवार को जिला प्रधान कार्यालय से जिला प्रधान महासचिव मुरारी राम के अध्यक्षता में प्रतिरोध मार्च निकाला. इसमें दर्जनों कार्यकर्ता नारे लगाते हुए कचहरी चौक पहुंचे, जहां मुख्यमंत्री का पुतला दहन. इस मौके पर जिला उपाध्यक्ष रामदेव यादव ने कहा कि राष्ट्रगान का अपमान देश का अपमान है जो बर्दाश्त योग्य नहीं है. लेकिन डबल इंजन की सरकार को देश का अपमान और सम्मान से कोई फर्क नहीं पड़ता है. इन्हें जानकारी होनी चाहिए कि जब मेवा लाल चौधरी को राष्ट्रगान के अपमान के विरोध में ही इस्तीफा देना पड़ा था, तो नीतीश कुमार क्यों नहीं देना चाहते हैं. यह दुर्भाग्यपूर्ण है.
बिहार ही नहीं, देश का भी हो रहा अपमान
वहीं राजद के प्रदेश सचिव गोल्डन अंबेडकर ने कहा कि नीतीश कुमार बीमार मुख्यमंत्री हैं इन्हें विकास कम अनाप-शनाप बयान देना ज्यादा पसंद है. जिससे बिहार ही नहीं बल्कि देश का भी अपमान हो रहा है. इन्हें स्वेच्छा से इस्तीफा दे देना चाहिए. एनडीए गठबंधन जानबूझकर इनसे गलतियां करवा रहा है. उन्होंने कहा कि बिहार में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ही एकमात्र विकल्प है जिन्हें आगामी विधानसभा चुनाव में भारी बहुमत से मुख्यमंत्री बनाकर बिहार को विकसित राज्य बनाया जाएगा. वहीं वीआइपी पार्टी के जिलाध्यक्ष पवन कुमार विंद ने कहा कि राष्ट्रगान का अपमान अगर हम लोगों के दल के नेता करते तो मुकदमा कर जेल में डाल दिया जाता लेकिन मुख्यमंत्री की तरह इनका प्रशासन है, जो मजबूर होकर शासन सत्ता के गठजोर में चल रहा है. यह लोकतंत्र का अपमान है. इन पर भी मुकदमा दर्ज करने की मांग इस प्रतिरोध मार्च के माध्यम से मैं करता हूं.
मौके पर थे मौजूद
मौके पर राजद नेता प्रयाग यादव, रंजीत यादव, जिला महासचिव विजय यादव, युवा जिला उपाध्यक्ष विकास यादव, बुद्धिजीवी जिलाध्यक्ष कृष्णा यादव, राजद नेता रवींद्र मंडल, राजद नेता अशोक कुमार कुशवाहा, अंबिका यादव, अरुण चौहान, रामानंद यादव, राज यादव, अनुसूचित कार्यकारी जिलाध्यक्ष महेंद्र दास, समेत दर्जनों लोग मौजूद थे.
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