जमुई . भाजपा जिला इकाई ने बुधवार को आपातकाल के 50 वर्ष पूरे होने पर जिला कार्यालय में सेमिनार का आयोजन किया. कार्यक्रम की अध्यक्षता जिलाध्यक्ष दुर्गा प्रसाद केसरी ने की, जबकि मुख्य अतिथि के रूप में भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष सह विधान पार्षद प्रमोद चंद्रवंशी उपस्थित रहे. कार्यक्रम का संचालन जिला महामंत्री सोनेलाल पासवान ने किया. उपस्थित कार्यकर्ता को संबोधित करते हुए प्रमोद चंद्रवंशी ने कहा कि 25 जून 1975 भारतीय लोकतंत्र का सबसे काला दिन था. इसी दिन देश में आपातकाल लागू कर संविधान की मूल भावना को कुचल दिया गया. मौलिक अधिकारों को निलंबित कर दिया गया, प्रेस की स्वतंत्रता खत्म कर दी गयी और नेताओं, छात्रों व सामाजिक कार्यकर्ताओं को जेलों में डाल दिया गया. उन्होंने कांग्रेस पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि वही पार्टी आज संविधान बचाने की बात कर रही है, जो खुद संविधान का बार-बार हनन करती रही है. वही जिलाध्यक्ष दुर्गा प्रसाद केसरी ने कहा कि आपातकाल के दौर की घटनाएं आज भी रूह कंपा देती हैं. उन्होंने कहा कि जमुई जैसे छोटे शहर में भी उस वक्त छात्रों पर गोलियां चलीं और ओमप्रकाश सिंह जैसे युवाओं को जान गंवानी पड़ी. कार्यक्रम के दौरान जेपी आंदोलन के सेनानी अंगराज को अंग वस्त्र और माला पहनाकर सम्मानित किया गया. अंगराज ने छात्र आंदोलन में अहम भूमिका निभाई थी और आपातकाल के दौरान 21 महीने जेल में यातनाएं सही थीं. मौके पर भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष प्रकाश कुमार भगत, महामंत्री बृजनंदन सिंह, नंदकिशोर सिंह, उपाध्यक्ष विनय कुमार पांडेय, गोपाल कृष्ण, संतु यादव, कार्तिक वर्मा, रणजीत सिंह, अनिल दीक्षित, अजय पासवान, शंभू राम चंद्रवंशी, बृजेश सिंह राजपूत, अयोध्या राम चंद्रवंशी, सुबोध सिंह, डॉ. श्रीराम चंद्रवंशी, हिमांशु सिंह राठौर, वाल्मीकि सिंह, धनंजय चंद्रवंशी, विनोद सिंह पप्पू, अर्चना बरनवाल, श्यामसुंदर तांती समेत दर्जनों कार्यकर्ता उपस्थित थे.
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