चकाई. चकाई चौक पर जलजमाव की समस्या से निजात दिलाने और अतिक्रमण हटाने को लेकर प्रशासन ने सख्त रूख अपना लिया है. जिलाधिकारी के निर्देश पर सीओ राजकिशोर प्रसाद ने बीते दो दिनों से चकाई मोड़, चकाई-गिरिडीह मार्ग, चकाई-जमुई मार्ग और चकाई-देवघर एनएच-33 के किनारे की जमीन की मापी कर रहे हैं. मापी कार्य में तीन अमीनों की टीम लगी है, जो सरकारी जमीन पर हुए अतिक्रमण को चिन्हित कर लाल रंग से निशान लगा रही है. सीओ के नेतृत्व में चल रही इस कार्रवाई से अतिक्रमणकारियों में हड़कंप मचा हुआ है. दरअसल, चकाई मुख्य चौक पर पिछले दो वर्षों से जलजमाव की गंभीर समस्या बनी हुई है. हाल ही में चकाई विधायक एवं राज्य सरकार के मंत्री सुमित कुमार सिंह ने जलजमाव स्थल का निरीक्षण किया इस दौरान उन्होने पाया गया कि एनएच के किनारे स्थानीय होटल मालिकों, दुकानदारों और अन्य लोगों ने सरकारी जमीन पर कब्जा कर पानी के निकास को अवरुद्ध कर दिया है, जिससे जलजमाव की स्थिति उत्पन्न हो गई है. सीओ राजकिशोर प्रसाद ने बताया कि मापी का कार्य जारी है. चिन्हित अतिक्रमणकारियों को नोटिस भेजी जाएगी और स्वेच्छा से अतिक्रमण हटाने को कहा जायेगा. यदि वे ऐसा नहीं करते हैं, तो प्रशासन जबरन अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई करेगा. उन्होंने यह भी जानकारी दी कि चकाई बाजार क्षेत्र की सरकारी और गैरमजरूआ जमीन पर भी लोगों द्वारा कब्जा कर दुकानें व मकान बना दिए गए हैं, जिससे बाजार में हमेशा जाम की स्थिति बनी रहती है. जल्द ही बाजार क्षेत्र की भी मापी कर अतिक्रमण हटाने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी. चकाई चौक, जयप्रकाश चौक, बस स्टैंड, मस्जिद रोड, निचला बाजार आदि स्थानों पर भी सड़कों के किनारे अतिक्रमण फैला हुआ है, जिससे आम लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है. प्रशासन की यह सख्त पहल आने वाले समय में चकाई की तस्वीर बदलने की दिशा में अहम कदम साबित हो सकती है.
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