खैरा . थाना क्षेत्र के चौहानडीह से बरामद नकली दवाई के कारोबार के तार मुजफ्फरपुर से जुड़ रहे हैं. जमुई पुलिस अधीक्षक कार्यालय से जारी विज्ञप्ति के अनुसार, पुलिस की छापेमारी के बाद प्रारंभिक जांच में यह सामने आया है कि मुजफ्फरपुर निवासी दो लोगों के द्वारा अवैध तरीके से नकली दवाइयां का निर्माण किया जाता था, और बाजार में उसकी सप्लाई की जाती थी. इसके बाद सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए ब्रांड प्रोटक्शन सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड के द्वारा छापेमारी की गई और मौके से अलग-अलग कंपनियों की नकली दवाइयां बरामद की गई है. गौरतलब है कि थाना क्षेत्र के चौहानडीह स्थित एक निजी मकान से ब्रांड प्रोटक्शन सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड कंपनी तथा खैरा पुलिस ने बुधवार को छापेमारी की थी. इस दौरान मौके से नकली दवाइयां, नकली कॉस्मेटिक, नकली दवाई के निर्माण में इस्तेमाल में लायी जाने वाली पैकेजिंग मशीन, खाली बोतल, ढक्कन, दवाइयां के स्टीकर, रैपर, उसके पैकेजिंग में इस्तेमाल में लाया जाने वाला कार्टन सहित कई सामान बरामद किया गया था. इस मामले में ब्रांड प्रोटक्शन सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड के फील्ड ऑफिसर मो. सादुल्लाह के लिखित आवेदन के आधार पर पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज की है तथा मामले में आगे की कार्रवाई में जुट गयी है.
मुजफ्फरपुर के दो लोग कारोबार को करते थे संचालित
मो सादुल्लाह ने अपने दिये आवेदन में बताया है कि गुप्त रूप से यह पता चला था कि चौहानडीह स्थित बच्चा सिंह के मकान में दो कमरे को किराये पर लेकर अवैध रूप से नकली दवाइयां का कारोबार किया जा रहा था. उन्होंने बताया कि मुजफ्फरपुर जिले के वाराजगनाथ निवासी अभिनय कुमार पिता विमलेश कुमार वियोगी के द्वारा जेनेवा लैब लिमिटेड सर्विसेज इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, सिपला लिमिटेड एवं हिमालय वैलनेस के प्रोडक्ट को अवैध तरीके से निर्माण कर खुलेआम बाजार में सप्लाई किया जा रहा था.इन कंपनी की दवाइयां को किया गया था बरामद
बताते चलें की ब्रांड प्रोटक्शन सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड तथा खैरा पुलिस की संयुक्त कार्रवाई के दौरान उक्त मकान से जेनेवा लैब की बायो ऑयल स्किन केयर, सर्विसेज इंडिया प्राइवेट लिमिटेड की ट्रिप्लीक्सम टेबलेट, सिपला लिमिटेड की एस्थलीन सिरप तथा हिमालय लिमिटेड के लिव-52 सिरप बरामद किया गया था. इसके साथ खाली बोतल, ढक्कन, रैपर, पैकिंग मशीन, रॉ मैटेरियल इत्यादि भी बरामद किया गया था. यह सभी लोग नकली दवाइयां का निर्माण करते थे और उन्हें बाजार में सप्लाई करते थे. इस मामले में पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज की है तथा मामले में छापेमारी में जुट गई है. पूरे मामले को लेकर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सतीश सुमन ने बताया कि छापेमारी के दौरान नकली दवाइयां बरामद की गयी है. साथ ही मामले में संलिप्त लोगों की गिरफ्तारी को लेकर छापेमारी की जा रही है. उन्होंने कहा कि दवाइयां लोगों के जीवन को बचाने में काफी महत्वपूर्ण होती हैं. उन्होंने कहा कि नकली दवाई का निर्माण और उसकी बिक्री करने वाले लोगों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई कर रही है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है