जमुई. पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में बरहट पंचायत के भलूका बाँझीप्यार गांव निवासी रंजीत शर्मा ने एक अनुकरणीय मिसाल पेश की है. जहां लोग सिर्फ भाषणों तक सीमित रहते हैं, वहीं रंजीत ने अपने समर्पण और जुनून से धरातल पर हरियाली की तस्वीर बदल दी है. वर्ष 2022 से अब तक उन्होंने कुल 5000 पौधे लगाये, जिनमें 3000 पौधे मनरेगा योजना के अंतर्गत और 2000 पौधे अपनी मजदूरी की कमाई से लगाए गए हैं. उन्होंने अपने पंचायत क्षेत्र के कर्मण, बोड़वाडीह, कोड़सी, बाँझीप्यार से लेकर भलूका तक सैकड़ों स्थानों पर पौधरोपण किया और व्यक्तिगत रूप से उनकी देखरेख भी की. फलदार और छायादार पौधों को जानवरों से बचाने, पानी देने और संरक्षण की जिम्मेदारी उन्होंने खुद निभाई. रंजीत शर्मा का कहना है, “प्रकृति से प्रेम मेरा जुनून है. पेड़ मेरे लिए बच्चों जैसे हैं, जिनकी देखभाल करना मेरा जीवन का उद्देश्य बन गया है.” उनका पौधारोपण अभियान आज भी मानसून दर मानसून जारी है और वे ग्रामीणों को भी इस दिशा में प्रेरित कर रहे हैं. मनरेगा पीओ शंभूनाथ सुधाकर ने उनकी सराहना करते हुए कहा कि रंजीत शर्मा ने मनरेगा योजना के तहत ईमानदारी और प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर पर्यावरण संरक्षण का श्रेष्ठ उदाहरण प्रस्तुत किया है. यह व्यक्तिगत जिम्मेदारी और जनसहभागिता का सशक्त मॉडल है, जिसे अन्य पंचायतों में भी अपनाया जाएगा. स्थानीय प्रशासन और पंचायत प्रतिनिधियों ने भी रंजीत शर्मा के प्रयासों की प्रशंसा करते हुए इसे एक आदर्श मॉडल के रूप में विस्तार देने की बात कही है. रंजीत का यह अभियान ना केवल पंचायत को हरा-भरा बना रहा है, बल्कि पूरे जिले को पर्यावरण संरक्षण के प्रति एक नयी दिशा दे रहा है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है