जमुई. स्वतंत्रता सेनानी सह पंजाबी भाषा के प्रसिद्ध उपन्यासकार नानक सिंह की जयंती के अवसर पर शुक्रवार को मलयपुर स्थित डाकघर परिसर में पर्यावरण भारती के सदस्यों ने पौधरोपण किया. मौके पर देववृक्ष पीपल के साथ-साथ फलदार वृक्ष कटहल, अमरूद, आंवला और औषधीय गुणों से भरपूर महोगनी के कुल 9 पौधे लगाये गये. कार्यक्रम का नेतृत्व डाककर्मी महेंद्र कुमार बर्णवाल ने किया. पर्यावरण भारती के जिला पेड़ उपक्रम प्रमुख डॉ संजय कुमार सिंह ने कहा कि स्वतंत्रता सेनानी और उपन्यासकार नानक सिंह का जन्म वर्तमान में स्थित पाकिस्तान के झेलम जिले में हुआ था. बचपन में उनका नाम हंसराज था और सिख पंथ अपनाने के बाद उन्होंने नानक सिंह नाम धारण किया. वे एक समाज सुधारक, कवि, योगी, धर्मप्रचारक और देशभक्त थे. उनकी रचनाओं में ””सद्गुरु महिमा”” (1918) और ””पवित्र पापी”” (1942) प्रमुख हैं. ””पवित्र पापी”” पर 1968 में बलराज साहनी द्वारा एक फिल्म भी बनाई गयी थी. कार्यक्रम में उप डाकपाल राज कुमार रजक, सहायक डाकपाल अमृतेश कुमार, एमटीएस अजीत कुमार, ग्रामीण डाक सेवक प्रिंस कुमार, विक्रम ठाकुर, परमानंद बर्णवाल समेत कई लोगों ने भाग लिया. सभी ने वृक्षारोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संकल्प लिया.
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