Bihar News: बिहार के जमुई जिले के चरकापत्थर थाना में तैनात अवर निरीक्षक नौशाद रिजवी पर दो महिलाओं ने यौन शोषण का गंभीर आरोप लगाया है. रविवार को पुलिस ने उन्हें हिरासत में लेकर घंटों पूछताछ की, लेकिन पूछताछ के दौरान दारोगा ने हाईकोर्ट का स्टे ऑर्डर दिखाया, जिसके बाद उन्हें छोड़ दिया गया.
पहले भी लग चुका है आरोप, की जा चुकी है निलंबन की कार्रवाई
सूत्रों के मुताबिक, अवर निरीक्षक नौशाद रिजवी पर 2021 में भी बरहट थाना में तैनाती के दौरान एक महिला ने यौन शोषण का आरोप लगाया था. महिला का कहना था कि वह एक केस के सिलसिले में रिजवी से मिली थी. इस दौरान दारोगा ने उसे पत्नी की मौत की झूठी कहानी सुनाकर शादी का झांसा दिया. महिला का आरोप है कि 2021 से 2024 तक उसका यौन शोषण होता रहा. जब उसने शादी के लिए दबाव डाला तो दारोगा ने मना कर दिया. इस मामले में तत्कालीन SP से शिकायत के बाद उन्हें निलंबित भी कर दिया गया था.
दूसरी महिला ने भी किया केस दर्ज
इधर बीते 26 जून को एक दूसरी महिला ने महिला थाना में दारोगा पर यौन शोषण का केस दर्ज कराया. महिला का आरोप है कि दारोगा ने केस निपटाने के नाम पर उसका शारीरिक शोषण किया और बाद में मुकर गया.
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पुलिस ने दी जानकारी
सदर थानाध्यक्ष अमरेंद्र कुमार ने बताया कि रविवार को दारोगा नौशाद रिजवी को थाने लाकर पूछताछ की गई. उन्होंने पूछताछ के दौरान हाईकोर्ट के स्टे ऑर्डर की प्रति दिखाई. इसके बाद कानूनी प्रक्रिया के तहत उन्हें छोड़ दिया गया है. दोनों मामलों को लेकर पुलिस विभाग ने जांच शुरू कर दी है। इस मामले ने पुलिस महकमे में भी हलचल मचा दी है। वहीं, दोनों महिलाओं को न्याय दिलाने की मांग भी उठने लगी है।