सोनो. जल निकास की समुचित व्यवस्था नहीं होने के कारण सड़क पर जल जमाव से जगह-जगह टूट गयी सोनो चरकापत्थर सड़क का जल्द ही कायाकल्प होने वाला है. सरकार जल्द ही इस सड़क का पुनर्निर्माण करवायेगी. पथ निर्माण विभाग द्वारा इसकी स्वीकृति दी गयी है. इस सड़क के जीर्णोद्धार से प्रखंड मुख्यालय सोनो के अलावे कभी नक्सल प्रभावित रहे चरकापत्थर क्षेत्र के लोगों को बड़ी राहत होगी. सब कुछ ठीक ठाक रहा तो जल्द ही यह सड़क बेहतर बनकर यातायात को सुलभ और आरामदायक बनाएगा. इसके बीच बरनार नदी पर जल्द ही आरसीसी पुल भी बन जाएगा. इस पुल के निर्माण का कार्य भी प्रगति पर है और गुजरने वाली सड़क भी बेहतर बन जायेगी. दरअसल, राज्य सरकार ने पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन की अनुशंसा पर राज्य योजना मद से 130 करोड़ रुपये की लागत से 10 जिलों के 11 पथों और पुलों के निर्माण को हरी झंडी दिखाई है. इसमें सोनो-चरकापत्थर की 15.7 किलोमीटर लंबी सड़क भी शामिल है. सड़क का प्रारंभ स्थल ही हो गया है बदहाल प्रखंड मुख्यालय को बरनार नदी के पश्चिमी क्षेत्र से जोड़ने वाला बेहद अहम सड़क है सोनो चरकापत्थर सड़क. करीब 15 किलोमीटर लंबी इस सड़क का प्रारंभ स्थल सोनो में स्थिति बेहद खराब हो गया है. जल निकास की व्यवस्था नहीं होने से ग्रामीण बैंक के समीप जल जमाव इस सड़क की नियति बन गयी है. जल जमाव से सड़कें जगह-जगह टूट गयी है. कई जगह गड्ढे बन गए है. एक तरफ जहां सोनो के लोगों में इस समस्या के निदान की बात से राहत मिली है. वहीं कभी नक्सलियों का केंद्र बिंदु रहने के कारण विकास की गति में शिथिल हुआ चरकापत्थर का इलाका अच्छी सड़क से विकास की तेज दौड़ लगा पायेगा.
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