जमुई. मुहर्रम पर्व के मद्देनजर जिला प्रशासन ने जिले के सोनो व झाझा प्रखंड कार्यालय व थाना का औचक निरीक्षण किया. अधिकारियों ने अधीनस्थ अधिकारी व कर्मियों को स्पष्ट निर्देश देते हुए कहा कि मुहर्रम का त्योहार पारंपरिक और शांतिपूर्ण तरीके से ही मनाया जाये. किसी भी हाल में नयी परंपरा की शुरुआत नहीं होनी चाहिए. डीएम ने कहा कि कोई ऐसा कार्य न हो जिससे किसी की धार्मिक भावना को ठेस पहुंचे. माहौल बिगाड़ने की कोशिश करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जायेगी. विशेष रूप से पांच-छह साल पूर्व के पंजी का अवलोकन कर पुराने विवादित व्यक्तियों की पहचान की जायेगी और उन पर निगरानी रखी जायेगी. साथ ही, धारा 107 के तहत निरोधात्मक कार्रवाई तेज की जायेगी. उपद्रवियों और अफवाह फैलाने वालों पर कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित की जायेगी. इस दौरान डीजे बजाने पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा. मुहर्रम को लेकर मस्जिदों के आसपास स्वच्छता अभियान चलाने और धार्मिक स्थलों से जुड़ी सड़कों की सफाई कराने का निर्देश भी अधिकारियों को दिया गया. डीएम ने आमजनों से भी अमन-चैन बनाये रखने की अपील की.
ताजिया जुलूस तय रूट से ही निकलें, जुलूस के लिए लाइसेंस अनिवार्य
पुलिस अधीक्षक विश्वजीत दयाल ने कहा कि मोहर्रम के दौरान ताजिया जुलूस केवल निर्धारित रूट से ही निकाले जायें, इसका कड़ाई से पालन हो. उन्होंने ताजिया की ऊंचाई औसत-से-अधिक न रखने की भी बात कही. शांति समिति की बैठकों के माध्यम से लोगों को जागरूक करने और पूर्व में चिह्नित संवेदनशील स्थानों को लेकर सतर्कता बरतने का निर्देश देते हुए कहा कि बदमाशों और शरारती तत्वों पर विशेष नजर रखी जायेगी. यदि किसी ने हुल्लड़बाजी या माहौल खराब करने की कोशिश की, तो सख्त कार्रवाई की जायेगी. जुलूस निकालने से पूर्व आयोजकों को लाइसेंस लेना जरूरी होगा, इसके लिए रूट की जानकारी पहले ही तय कर ली जाये, किसी भी सूरत में जुलूस का मार्ग बदला नहीं जाना चाहिए. उन्होंने संवेदनशील एवं अति संवेदनशील स्थानों को चिह्नित कर वहां पर्याप्त संख्या में पुलिस बलों की तैनाती करने का निर्देश भी दिया गया है, ताकि किसी भी अप्रिय स्थिति से समय रहते निपटा जा सके.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है