गिद्धौर. प्रखंड क्षेत्र के सोहजाना गांव स्थित ऐतिहासिक वैष्णवी काली मंदिर में रविवार को श्रावण मास की सलोनी पूजा वैष्णव विधि-विधान के साथ संपन्न हुई. इस अवसर पर गांव और आसपास के क्षेत्रों से सैकड़ों श्रद्धालु गाजे-बाजे के साथ मंदिर पहुंचे और मां वैष्णवी काली की आराधना कर मंगलकामना की.
चंदेल राज के समय की है स्थापना
ग्रामीणों ने बताया कि इस मंदिर की स्थापना गिद्धौर के चंदेल राज के समय की गयी थी. तभी से श्रावण मास में यहां विशेष पूजा का आयोजन होता आ रहा है. मां की पूजा वैष्णव परंपरा के अनुसार की जाती है.
कुंवारी कन्याओं को जौनार कराने की परंपरा
इस मौके पर ग्रामीणों ने बताया कि सलोनी पूजा के दौरान कुंवारी कन्याओं को जौनार कराने की पुरानी परंपरा आज भी निभाई जाती है.मां वैष्णवी काली करती हैं श्रद्धालुओं की मनोकामना पूरी
मंदिर के पुजारी उपेन्द्र नारायण पांडेय ने बताया कि हमारे पूर्वजों द्वारा इस मंदिर में वैष्णव विधि से पूजा शुरू की गई थी, जिसे आज भी उसी परंपरा के अनुसार कराया जाता है. उन्होंने कहा कि मां वैष्णवी काली इस क्षेत्र की जागृत शक्तिपीठ हैं और सच्चे मन से मांगी गई मन्नत को पूरी करती हैं.
सैकड़ों श्रद्धालु रहे मौजूद
पूजा कार्यक्रम में श्रीकांत तिवारी, मनीष कुमार तिवारी, सौरभ कुमार तिवारी, प्रशांत दुबे, विजय, अमरेश तिवारी, विकास तिवारी, नंदन तिवारी, शुभम कुमार, शांतनु कुमार तिवारी, उमेश तिवारी, टिंकू तिवारी, डब्लू तिवारी, निक्कू तिवारी समेत सैकड़ों ग्रामीण श्रद्धालु शामिल हुए.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है