गिद्धौर. एक ओर सरकार गांवों को विकास की मुख्यधारा से जोड़ने की बात कर रही है, तो दूसरी ओर जमीनी हकीकत इससे अलग तस्वीर बयां कर रही है. गिद्धौर प्रखंड की पतसंडा पंचायत अंतर्गत अल्पसंख्यक टोला की बदहाल सड़क और जाम नाले से उत्पन्न जलजमाव की समस्या ने ग्रामीणों का जनजीवन नारकीय बना दिया है. वार्ड संख्या 4, 10 एवं 12 को जोड़ने वाली इस मुख्य सड़क की स्थिति बारिश में और भी खराब हो जाती है. सड़क पर जमे गंदे पानी और नाले की निकासी बाधित होने से ग्रामीणों को रोजाना परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. बारिश के दिनों में गंदा पानी लोगों के घरों में घुस जाता है, जिससे संक्रामक बीमारियों का खतरा बढ़ गया है.
नाला जाम, सड़क पर बह रहा पानी
स्थानीय निवासी असगर खान, नईम अंसारी, इसराफिल अंसारी समेत दर्जनों ग्रामीणों ने बताया कि वर्षों से सड़क और नाले की मरम्मत नहीं हुई है. नाले की सफाई न होने से गंदा पानी सड़कों पर फैल जाता है. स्थिति यह है कि जामा मस्जिद तक जाने में लोगों को भारी फजीहत झेलनी पड़ती है.
नारकीय जीवन जीने को मजबूर
ग्रामीणों ने बताया कि कई बार संबंधित जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों को ज्ञापन देकर इस गंभीर समस्या से अवगत कराया गया है, लेकिन आज तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया. नाला सफाई और सड़क मरम्मत की अनदेखी ने लोगों का जीना मुश्किल कर दिया है.जनप्रतिनिधियों की उदासीनता से आक्रोश
टोले के लोगों का कहना है कि समस्याओं के निदान को लेकर बार-बार अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों का ध्यान आकृष्ट कराया गया, लेकिन समस्या जस की तस बनी हुई है. बारिश के मौसम में सड़क पर जमा पानी से दुर्गंध और सड़ांध फैल रही है, जिससे आवागमन तो दूभर हुआ ही है, साथ ही स्वास्थ्य पर भी खतरा मंडरा रहा है.
समस्या का अविलंब हो समाधान
ग्रामीणों की मांग है कि जल्द से जल्द अल्पसंख्यक टोला की इस सड़क और नाले का जीर्णोद्धार कराया जाए, ताकि वे भी सम्मानपूर्वक और सुरक्षित जीवन जी सकें. वरना आने वाले समय में जन आक्रोश तेज हो सकता है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है