लक्ष्मीपुर . नेचर विलेज जमुई गरीब निः सहाय महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने हेतु समय समय पर कई तरह के कार्यक्रम पिछले करीब दो वर्षों से चला रही हैं. जो पूरे जिले के साथ साथ राज्य में भी एक चर्चा का विषय बना हुआ है. इन दिनों नेचर विलेज ने एक नया प्रशिक्षण गरीब निःसहाय महिलाओं को देने का कार्यक्रम चला रहा है. इसमें हैंडीक्राफ्ट्स विभाग भारत सरकार के माध्यम से बास से बने हस्तशिल्प के सामग्री का प्रशिक्षण ले रही हैं. इस प्रशिक्षण में मुख्य रूप से वह परिवार गरीब एवं वंचित परिवार जो समाज के एकदम अंतिम पंक्ति में खड़े हैं. वह पूरे परिवार के साथ बास से बनने वाले विभिन्न तरह के सामग्री जैसे बास के बर्तन बास्केट, डोलची सजी हुई लाइट का कवर, बास का ट्रे एवं अन्य कई सामग्री शामिल है. इसमें करीबन 30 महिलाएं पूरे एक माह तक प्रशिक्षण लेगी. इसके पहले भी एक बैच का प्रशिक्षण हो चुका है. प्रशिक्षित सभी महिलाओं को उन्हें स्वरोजगार हेतु इस कार्यक्रम से जोड़ा जाएगा. नेचर विलेज संस्थान के संस्थापक श्री निर्भय प्रताप सिंह इस कार्यक्रम का संचालन कर रहे हैं. जबकि प्रशिक्षक के रूप में बांकुड़ा जिला पश्चिम बंगाल से आए हुए संजीव टुडू ने महिलाओं को प्रशिक्षण दे रहे हैं. वही प्रशिक्षण कार्यक्रम का नेतृत्व श्रीमती गीता भारती कर रही हैं. प्रशिक्षित महिलाएं ही इस बार मार्च महीने में 50 क्विंटल हर्बल गुलाल बनाकर अपनी जीवकोपार्जन को आगे बढ़ने का काम की है.
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